जी तोरि करू प्रयाश सब कियो,सफलता केर करू जुनी आस,
चित मन - तन एकाग्र बना कासब कियो करू निरंतर प्रयाश,
मेहनत करू भरपूर सब कियो, धयान लगा इश्वर केर पास,
दिन दुनिया बदलबे करतै, आयत सफलता अहूँ के पास,
जी तोरि..................
प्रागतिक राह बर कठिन होइत छैक, देखब परत अदम्य सहाश,
डेग - डेग पर सभ बाधक बनत, कांट सन नज़ैर आयत घाश
मन में राखी बिश्वास अटूट, छुबा के करू चाँद केर प्रयाश,
जी तोरि..................
मानब तन ज अहाँ पेलौ, दुःख स लराई में रखु बिश्वास,
जीवन में ज संघर्ष नही हो त कोना करब सफलता केर आश,
बिन संघर्शे कहियो नही चिखब सफलता सन मधु केर मिठाश,
जी तोरि................
कर्तब्यबान निष्टाबान बनिक सब कियो करू निरंतर प्रयाश
मान बढ़ाऊ मिथिला के सौसे, कहल जायत एकरो सफलता केर प्रयाश,
ललित अहाँ छी मिथिला केर गौरब, अहाँ पर अच्छी मिथिला केर आश,
चित मन - तन एकाग्र बना कासब कियो करू निरंतर प्रयाश,
मेहनत करू भरपूर सब कियो, धयान लगा इश्वर केर पास,
दिन दुनिया बदलबे करतै, आयत सफलता अहूँ के पास,
जी तोरि..................
प्रागतिक राह बर कठिन होइत छैक, देखब परत अदम्य सहाश,
डेग - डेग पर सभ बाधक बनत, कांट सन नज़ैर आयत घाश
मन में राखी बिश्वास अटूट, छुबा के करू चाँद केर प्रयाश,
जी तोरि..................
मानब तन ज अहाँ पेलौ, दुःख स लराई में रखु बिश्वास,
जीवन में ज संघर्ष नही हो त कोना करब सफलता केर आश,
बिन संघर्शे कहियो नही चिखब सफलता सन मधु केर मिठाश,
जी तोरि................
कर्तब्यबान निष्टाबान बनिक सब कियो करू निरंतर प्रयाश
मान बढ़ाऊ मिथिला के सौसे, कहल जायत एकरो सफलता केर प्रयाश,
ललित अहाँ छी मिथिला केर गौरब, अहाँ पर अच्छी मिथिला केर आश,