पंकज जी पर गर्व करू.

मैथिल आर मिथिलाक समस्त लेखक,पाठक आर शुभेच्छु से निवेदन अच्छी की पंकज- गोष्ठी से जुडू.पंकज जी से सम्बंधित सामग्री एत उपलब्ध ऐछ.पंकज जी मिथिला मूल के राष्ट्रीय धरोहर छलाह. सब मैथिल क ई बात क अभिमान होबाक चाहि.आई मिथिला के पैघ लेखक सब भी पंकज जी क बारे में किछु ने किछु जनबे करैत छैथ.पंकज जी पर शोध होबाक छाही.हुनकर व्यक्तित्व के आंच से दड्लाक कारने तत्कालीन किछ पैघ आलोचक हुनकर उपेक्षा केने चित.किंतु इतिहास बनावे वाला इतिहास पुरूष की बिस्रायल जाय सके छैथ?पंकज जी इतिहास क पत्र बनी चुकल छित. अतः निवेदन छे की सब गोटा मिली के पंकज जी पर योगदान करू.हुनका से सम्बंधित विवरण ई वेब-साईट पर उपलब्ध ऐछ-http://www.pankajgoshthi.org/

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मिथिला दैनिक (पहिने मैथिल आर मिथिला) टीमकेँ अपन रचनात्मक सुझाव आ टीका-टिप्पणीसँ अवगत कराऊ, पाठक लोकनि एहि जालवृत्तकेँ मैथिलीक सभसँ लोकप्रिय आ सर्वग्राह्य जालवृत्तक स्थान पर बैसेने अछि। अहाँ अपन सुझाव संगहि एहि जालवृत्त पर प्रकाशित करबाक लेल अपन रचना ई-पत्र द्वारा mithiladainik@gmail.com पर सेहो पठा सकैत छी।

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