आइबे रहल ऐच्छ फगुआ याऊ


गेल जाड़ मांस के कंपकंपी,
कूदू फान्दू बउवा येऊ,
मादक हवा कही रहल ऐच्छ,
आइबे रहल आइछ फगुवा यौ ॥

रंग-अबीर सं चमकत अंगना,
बल्जोरी के जोर चालत,
दू गिलास भांग के बाद,
बीस ता मल्पूआ यौ॥

नाक-भों जे कियो चढायब,
या की रंग पैइन सं घब्रायब,
जे करतेई बेसी लतपत,
रंग सं भ जीते थौवा यौ..

गोर्की भौजी, छोटका बउवा,
पहिरू पूर्ण अंगा, पुरना नुवा,
रंग-अबीर पोलिस सं,
सब गोते लागब कौवा यौ॥

बड नीक ई पाबैइन आइछ,
सबके मोंन के भाबैईत ऐच्छ,
एके रंग मैं सब रंगेतय ,
के धनीक, के बिल्तौवा यौ॥

फगुवा के यह मज़ा त छाई ,
तैयारी के ने आवश्यकता छाई,
रंग पैइन दुनु छाई सस्ता,
नई खर्चा हित दहौउअया यौ॥
फगुवा के तैयारी करू...

6 टिप्पणियाँ

मिथिला दैनिक (पहिने मैथिल आर मिथिला) टीमकेँ अपन रचनात्मक सुझाव आ टीका-टिप्पणीसँ अवगत कराऊ, पाठक लोकनि एहि जालवृत्तकेँ मैथिलीक सभसँ लोकप्रिय आ सर्वग्राह्य जालवृत्तक स्थान पर बैसेने अछि। अहाँ अपन सुझाव संगहि एहि जालवृत्त पर प्रकाशित करबाक लेल अपन रचना ई-पत्र द्वारा mithiladainik@gmail.com पर सेहो पठा सकैत छी।

  1. भैया अपने के बहुत - बहुत धन्यवाद जे एतेक सुन्दर होली कविता अपने अई मैथिली ब्लोग पर प्रस्तुत केलो उम्मीद करैत छलो जे अपने के कलम सा और बहुत किछ पढ़ई लs मिलत ! अपने के कविता "आइबे रहल ऐच्छ फगुआ याऊ" कावीले तारीफ अच्छी !

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  2. priya jeetu,
    shubh sneh. kavita neek laagal , dhanyavaad. mudaa maithili ke shabd translate kariat mein kichh kathinaaee hoet aichh aa hum etek takneekee gapp nahin jainat chhe . yadi kuno galti bha jaay ta samhaarab.

    जवाब देंहटाएं
  3. सरजी अपने के होली कविता (आइबे रहल ऐच्छ फगुआ याऊ) बहुत निक अछि ! सच पुछू त अपने के कलम के बाते किछ और अछि !

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  4. आत्मासँ हृदयसँ लिखल एहि ब्लॉगक सभ पद्य हृदयकेँ छुबैत अछि।

    গজেন্দ্র ঠাকুব

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  5. गोर्की भौजी, छोटका बउवा,
    पहिरू पूर्ण अंगा, पुरना नुवा,
    रंग-अबीर पोलिस सं,
    सब गोते लागब कौवा यौ॥

    बड नीक ई पाबैइन आइछ,
    सबके मोंन के भाबैईत ऐच्छ,
    एके रंग मैं सब रंगेतय ,
    के धनीक, के बिल्तौवा यौ॥

    फगुवा के यह मज़ा त छाई ,
    तैयारी के ने आवश्यकता छाई,
    रंग पैइन दुनु छाई सस्ता,
    नई खर्चा हित दहौउअया यौ॥
    फगुवा के तैयारी करू...
    eti sundar

    जवाब देंहटाएं
  6. shankar kumar jha ( skjha1961@gmail.com)26 फ़रवरी 2010 को 9:34 pm बजे

    Maithili me Likhu..
    1. ek tippani bhejen----ekta tippani pathau
    2.ek link banayen ------srotbandh banau
    3.LINK TO THIS POST ----aei prastuti par srotbhandh banau
    4.is rup me tippani karen--ei rup me tippani karu
    5.profil chune--byaktivritt bichhu.
    6.tippani post karen--tippani prastut karu.
    .......ityadi...

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