दरअसल, खगड़िया - कुशेश्वर स्थान रेल परियोजना पर पछिला 15 बरख सँ ट्रैक निर्माण काज चैल रहल अछि। 42 किलोमीटर केँ एहि परियोजना मे एखन धरी मात्र 7 किलोमीटर काज पूरा भेल अछि। एहि बात ल'के स्थानीय लोग सभ बहुत आक्रोश अछि। लोग सभक कहब अछि कि यदि अहिना ट्रैक निर्माण काज चालत तेँ शायद 100 बरख लागि जायत।
तत्कालीन एनडीए सरकार मे केंद्रीय रेल मंत्री रामविलास पासवान द्वारा खगड़िया सँ दरभंगा केँ कुशेश्वर स्थान क' जोड़बाक लेल अलौली होयत रेल खंड निर्माणक काज शुरू भेल छल। जता हुनकर घर सेहो पड़ैत अछि। ओहि समय ऐहिक लागत 162 करोड़ टाका छल। सरकार बदलला केँ बाद योजना पर असर पड़ल। मात्र 42 किमी के एहि रेल परियोजना मे पछिला 15 बरख मे मात्र 7 किमी निर्माण भेल अछि।
रेल उपभोगता संघर्ष समिति केँ सुभाष जोशी कहलनि कि एहि बीच कैको रेलवे मंत्री बदलल मुदा खगड़िया सँ दरभंगा के कुशेश्वर स्थान योजना पर किनको ध्यान नहि गेल। एहि परियोजना सँ कैको जिला लाभान्वित होयत। परियोजना केँ सुपर वाइजर राजीव कुमार, गजो महतो आओर प्रमोद सहनी कहलनि कि मजदूर आओर कर्मी सभक हाथ मे किछु नहि अछि। कैको सवेदक बदलल जे चुकल अछि एहिलेल सेहो देरी भ' रहल अछि।