महा _ गोल - ललित नारायण झा, पत्रकार,

गोल - गोल महा गोल
सूर्य के चक्का गोल
चंद्रमा के खप्पा गोल
कुम्हारक आभा गोल
ठेंगा क हुर गोल
भौजी के खोपा गोल
आ घर में स्त्रिगणक जुईत चलाई त
सभ किछु गोल
गोल - गोल महा गोल..
गारी के पहिया गोल
भोज्घारा लोहिया गोल
मंदिरक गुम्बद गोल
शिवजी के लिंग गोल
दलानक खम्भा गोल
वंश में ज कपूत जनमल त इज्जत प्रतिष्ठा सभ गोल
गोल - गोल महा गोल.......


(माँ मिथिलाक चरण कमल में अर्पित एक टा पुष्प )
ललित नारायण झा कवी सह
गीतकार

3 टिप्पणियाँ

मिथिला दैनिक (पहिने मैथिल आर मिथिला) टीमकेँ अपन रचनात्मक सुझाव आ टीका-टिप्पणीसँ अवगत कराऊ, पाठक लोकनि एहि जालवृत्तकेँ मैथिलीक सभसँ लोकप्रिय आ सर्वग्राह्य जालवृत्तक स्थान पर बैसेने अछि। अहाँ अपन सुझाव संगहि एहि जालवृत्त पर प्रकाशित करबाक लेल अपन रचना ई-पत्र द्वारा mithiladainik@gmail.com पर सेहो पठा सकैत छी।

  1. ललितजी मैथिल आर मिथिलामे अहाँक स्वागत अछि।

    जवाब देंहटाएं
  2. वंश में ज कपूत जनमल त इज्जत प्रतिष्ठा सभ गोल....

    100% saty achhi.........

    जवाब देंहटाएं
  3. ललितजी हम अहाँक सभ रचना पढलो अहाँक लेखनिक एक अलगे अंदाज अछि ! अहिना माँ जननी, माँ मिथिलाक लेल लिखैत रहू ....


    हमर शुभ - कामना अछि ....
    अमरकांत झा

    जवाब देंहटाएं

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