
सबटा ख़ुशी अछि दमन पर ,
ऐगो हशी के लेल वक्त्त नहीं
दिन - राएत दोरते -दोरते दुनिया में ,
जिनगी के लेल वक्त्त नही
माय के लोरी के एहाशास त् छैन ,
मुद्दा माय कहैय के लेल वक्त्त नहीं
सब रिश्ता के त छोरी गेला ,
मुद्दा अंतिम संस्कार करैय लेल हुनका वक्त्त नहीं
सबटा नाम मोबाईल में छैन ,
मुद्दा दोस्तों से बात करैय वक्त्त नहीं
मन मर्जी व फर्जी के की बात करी ,
जिनका अपनोहु लेल वक्त्त नहीं
अखियों में बसल त् नींद बहुत ,
मुद्दा नींद से आराम करैय लेल वक्त्त नहीं
दिल अछि गमो से भरल ,
मुद्दा कानैय के लेल वक्त्त नहीं
टका - पैसा के दौर में एहन दौरी ,
की मुरीयो के तकय लेल वक्त्त नहीं
जे गेला हुनकर की कदर करी ,
जखन अपनही सपनों के लेल वक्त्त नहीं
आब अहि बताऊ हे जिनगी ,
अहि जिनगी के लके की हेतय
की ? हरदम जिनगी से मरेय बाला ,
जिबैय के लेल अछि वक्त्त नहीं
मदन कुमार ठाकुर
कोठिया , पट्टीटोल भैरब स्थान , झंझारपुर , मधुबनी , बिहार , ८४७४०४
madankumarthakur@gmail.comमो 9312460150
theeke kahlahu madan ji
जवाब देंहटाएंLGAIE GJL JENA MUDA BHUT RAS KMI CHHAIK EHI ME .GJL LIKHK LEL AARO MEHNAT KRE PART.
जवाब देंहटाएंbahut sundar wakt nahi
जवाब देंहटाएंAakhir ee sab ke samasya chhaik
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