गजल
इहो अहाँक प्रेम छल पछाति जानल हम
खाली मूहँक छेम छल पछाति जानल हम
आगि लागल घर मे चिन्ताक गप्प नहि
कारण अपने टेम छल पछाति जानल हम
सड़ैत देखलिऐक किच्छो के कादो मे
अपने घरक हेम छल पछाति जानल हम
पिबैत रहलहुँ सदिखन विदेशी शीतल पानि
तैओ गरमी कम्म छल पछाति जानल हम
किछु तत्व कए दैत छैक अनचिन्हार सभ के
कथन मे दम्म छल पछाति जानल हम
इहो अहाँक प्रेम छल पछाति जानल हम
जवाब देंहटाएंtakhan ee kona je
खाली मूहँक छेम छल पछाति जानल हम
pher
आगि लागल घर मे चिन्ताक गप्प नहि
ee te sahiye apana galti par kam dhyan jait chhai
कारण अपने टेम छल पछाति जानल हम
tehne eeho
सड़ैत देखलिऐक किच्छो के कादो मे
अपने घरक हेम छल पछाति जानल हम
nichulka me tartamya nahi banal
aaki hamra bujhba me nahi aayal
पिबैत रहलहुँ सदिखन विदेशी शीतल पानि
तैओ गरमी कम्म छल पछाति जानल हम
ant te jabardast achhi
किछु तत्व कए दैत छैक अनचिन्हार सभ के
कथन मे दम्म छल पछाति जानल हम
ahan te kama chhi bhai, katek phurai ye,
जवाब देंहटाएंee gazal gazal nahi gap ahank monak,
sabh gapak paachhok gap bhai janal ham
gazal vidhak maithili me ant roki del ahan,
जवाब देंहटाएंoopar se nik theek juaari mudaa aar aanal yau,
gazal likhait rahoo nik kundaliya seho,
kavita kamjor kiyeek, mudaa oho aanoo ahan
kaviray,
जवाब देंहटाएंअनचिन्हार
पिबैत रहलहुँ सदिखन विदेशी शीतल पानि
तैओ गरमी कम्म छल पछाति जानल हम
hai re bhai, hila delaho
इहो अहाँक प्रेम छल पछाति जानल हम
जवाब देंहटाएंकथन मे दम्म छल पछाति जानल हम
pher
आगि लागल घर मे चिन्ताक गप्प नहि
तैओ गरमी कम्म छल पछाति जानल हम
ant me
तैओ गरमी कम्म छल पछाति जानल हम
कथन मे दम्म छल पछाति जानल हम
remix keha lagal likhab,
ona original ahan bala beshi nik
gazal chotgar hoi ye ahank bhai
जवाब देंहटाएंsabh chij jani gelahu ahan aa kahi seho delahu,
जवाब देंहटाएंmahesh jha
बहुत नीक प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंएक टिप्पणी भेजें
मिथिला दैनिक (पहिने मैथिल आर मिथिला) टीमकेँ अपन रचनात्मक सुझाव आ टीका-टिप्पणीसँ अवगत कराऊ, पाठक लोकनि एहि जालवृत्तकेँ मैथिलीक सभसँ लोकप्रिय आ सर्वग्राह्य जालवृत्तक स्थान पर बैसेने अछि। अहाँ अपन सुझाव संगहि एहि जालवृत्त पर प्रकाशित करबाक लेल अपन रचना ई-पत्र द्वारा mithiladainik@gmail.com पर सेहो पठा सकैत छी।