नताशा 03 (चित्र-श्रृंखला पढ़बाक लेल नीचाँक चित्रकेँ क्लिक करू आ आनन्द उठाऊ।)

13 टिप्पणियाँ

मिथिला दैनिक (पहिने मैथिल आर मिथिला) टीमकेँ अपन रचनात्मक सुझाव आ टीका-टिप्पणीसँ अवगत कराऊ, पाठक लोकनि एहि जालवृत्तकेँ मैथिलीक सभसँ लोकप्रिय आ सर्वग्राह्य जालवृत्तक स्थान पर बैसेने अछि। अहाँ अपन सुझाव संगहि एहि जालवृत्त पर प्रकाशित करबाक लेल अपन रचना ई-पत्र द्वारा mithiladainik@gmail.com पर सेहो पठा सकैत छी।

  1. शनि दिन आइ तेसर बेर ब्लॉगप अएलहुँ, तखन जा कए नताशा भेटल, आ हमर बच्चाकेँ अहू बेर नीक लहलय आ हमरो।

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  2. नताशा श्रृंखला अपन पग आगाँ बढ़बैत रहत, निरंतर बिनु रुकने। कोनो क्वालिटी, स्तरमे कमी नहि, जे आन भाषासँ तुलना करी तँ, हमर बच्चा तँ एखन कोरे मे अछि से जावत ओ चेतनगर होएत तावत तँ नताशाक ढेर रास संग्रह हमरा लग भ' जाएत।

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  3. बहुत नीक चित्र कथा .हास्य सँ भरपूर.

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  4. ई बहुत सुन्दर प्रस्तुति अछि मैथिली आऒर मिथिला कॆ एकरा अहिना जारि राखु! अहि तरह स्तंम्भ सब रहनाई बहुत जरुरि छियई!

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  5. ई बहुत सुन्दर प्रस्तुति अछि मैथिली आऒर मिथिला कॆ एकरा अहिना जारि राखु! अहि तरह स्तंम्भ सब रहनाई बहुत जरुरि छियई!

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  6. एहि बेरक कार्टून सेहो बड्ड नीक।

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