दिल्ली : मैथिलि भाषा कि मौखिक भाषा अछि या एही के अपन लिपि सेहो अछि ? एही मुद्दा पर विवाद बढ़ी गेल अछि।
विवाद केंद्र सरकार के तरफ सs लोकसभा में देल गेल प्रश्नक' जबाब के बाद शुरू भ गेल अछि। बीजेपी सs निष्कासित दरभंगा के सांसद कीर्ति आजाद के द्वारा पूछल गेल सवाल पर मानव संसाधन मंत्रालय कहलक मैथिलि भाषा एखन धरी मौखिक भाषा रहल अछि , मैथिलि के लेल आधिकारिक सूचना वॉ पाठ्य - पुस्तक देवनागरी में लिखल गेल अछि। एही भाषा के प्रचार - प्रसार के लेल कोनो योजना नै अछि। मैथिलि भाषा मूल सs बिहार के मिथिलांचल में मात्र बाजल जाइत अछि।
एही जबाब के बाद सांसद आजाद कहला कि एही जबाब सs मैथिलि के अपमान भेला , मैथिलि लिपि भारत के प्राचीन लिपि में सs एक अछि , जाहि के उपयोग पढाई स ल'क' लिखबाक तक में भs रहल अछि। एहन में मैथिलि लिपि के ख़ारिज केनाइ देश के प्राचीन भाषा के अपमान के संग संग मिथिलावासी के अपमान सेहो अछि।