सांस्कृतिक कार्यक्रम सभमें भ' रहल अछि नीक - नीक मैथिली कलाकार सभक अनदेखी
मुंबई। 22 जनवरी। [जितमोहन झा (जितू)] किछु बरख पहिने धरी मैथिली संगीतक दुनियां सिमित छल आओर सभक मुंहे एतबे सुनैत छलहुँ जे भोजपुरी संगीत दुनियां कतेक आगू निकैल गेल आ मैथिली जता छल ओतहि रही गेल अछि। मुदा, पछिला किछु बरख सँ एहिमे संतोषजनक परिवर्तन देखबाक लेल भेटल अछि। आजुक समय मे लोग सभक बीच अप्पन मातृभाषा मैथिलीक प्रति स्नेह उभरैत देखार द' रहल अछि। जाहिक फलस्वरूप मैथिली संगीतक दुनियां मे एक सँ बाढ़िकेँ एक मैथिल कलाकार सभक चेहरा उभरीकेँ सामना आएब रहल अछि।
मैथिली संगीतक दुनियां मे एकाएक एतेक परिवर्तन भेलाक बादो भिन्न भिन्न संगठन द्वारा आयोजित होमै बला सांस्कृतिक कार्यक्रम सभमें नीक - नीक मैथिली कलाकार सभक अनदेखी भ' रहल अछि। भोजपुरी केँ नकल करनिहार कलाकार सभ नकल कायल गेल किछु फूहड़/अश्लील गीत की परोसला देखते देखते स्टार सँ सुपरस्टार बैन गेला आ आजुक समय मे जतेक सांस्कृतिक कार्यक्रम होयत अछि अगबे हुनके सभकेँ मंच पर जगह भेटैत अछि। सामाजिक संगठन सभक दायित्व बनैत अछि की जँ कियो नामचीन कलाकार भ' गेला तेँ हुनका संगे संग नवा कलाकार सभकेँ सेहो मंच पर जगह मुहैया करबे। मुदा एहेन नहि होयत अछि, आजुक समय मे यदि कलाकार सभक तालमेल संगठन सभक संग बनल अछि तखने कोनो कलाकार केँ कोनो मंच पर जगह भेटैत अछि।
आय एक नवा कलाकारक एक टटका सरस्वती वंदना सुनबाक लेल भेटल। सरस्वती वंदना केँ आवाज देनिहार कलाकारक नाम अछि 'केशव रॉक झा' सच पुछु तेँ हुनकर आवाज मे मैया शारदा केँ वंदना सुनी हम मंत्रमुग्ध भ' गेलहुँ। फेर हम यूट्यूब पर हरलो जे हिनकर गाओल आओर कोनो गीत अछि? यूट्यूब पर देखैत छी 'केशव रॉक झा' भाई केर आवाज मे भगवती गीत, नचारी, होली गीत, लोक गीत पसरल अछि। मोन मे संसय भेल जे एतेक नीक आवाजक बावजूद हिनका कोनो विद्यापति समारोह / विद्यापति पर्व समारोह पर आयोजित होमै बला सांस्कृतिक कार्यक्रम मे किएक नहि देखलहुँ। बहुत छानबीन केलाक बाद पता चलल एहि तरहक आयोजन मे ओहि कलाकार सभकेँ मौका भेटैत अछि जिनकर पहुँच नीक छैन्ह।
केशव रॉक एहेन कैको कलाकार छथि जे नीक आवाजक संगे संग साफ सुथरा गीत गाबैत छथि मुदा दुखक गप ई जे संगठन सभक संग नीक तालमेल नहि होयबाक कारण हिनका सभ एहेन नीक नीक कलाकार केँ कतहुँ मंच नहि भेटैत अछि आ भोजपुरी केँ नकल करनिहार कलाकार सभ आय सुपरस्टार बैन गेल छथि।
केशव रॉक झा भाई केँ जाहि सरस्वती वंदना सुनलाक बाद हमरा मोन मे एहि तरहक सवाल उठल ओहि वंदना केँ एक बेर अपनहुँ सुनी। सुनलाक बाद खुदे बुझबा मे आएब जायत कि सांस्कृतिक कार्यक्रम सभमें भ' रहल अछि नीक - नीक मैथिली कलाकार सभक अनदेखी।