दरभंगा केँ 'त्रिवेणी संस्कृत मध्य विद्यालय' मे नहि होयत अछि कोनो भेदभाव, 40 प्रतिशत छात्र - छात्रा मुस्लिम

दरभंगा। 02 दिसम्बर। राज्य के सरकारी स्कूल सभमे गुणात्मक शिक्षा केर बात करी तेँ सदिखन एहि मामला मे शिक्षा विभाग केर फजीहत देखबाक लेल भेटैत अछि, राज्य के शिक्षा प्रणाली मे भ्रष्टाचार केर खबैर  सदिखन चर्चा मे रहैत अछि। मुदा आय जाहि सरकारी स्कूल केर चर्चा करे जे रहल छी ओ एहि सभसँ अलग अछि।

हम बात क' रहल छी दरभंगा जिलाक हायाघाट ब्लाक क्षेत्रक रघुनाथपुर मे स्थित त्रिवेणी संस्कृत मध्य विद्यालय के, जे अपना आप मे एक मिसाल अछि। देशक दोसर सभ स्कूल लेल, जता छात्र- छात्रा सभके नहि अगबे गुणात्मक शिक्षा मुहैया कराओल जायत अछि बल्कि हर ओ जरूरी बात सिखाओल जायत अछि जाहिसँ मानव जीवन क' सुखद बनाओल जे सके। एहि स्कूल केर अनुशासन सेहो कोनो बड़का स्कूल केर मुकाबला मे कम नहि अछी। 

अपने क' बता दी कि एहि स्कूल मे एको गोट छात्र- छात्रा एहेन नहि अछि जे स्कूल ड्रेस आओर आईडी कार्ड के बिना अच्छी। एता धरी ​​कि मिड डे मील बनबै बाली रसोइया सेहो यूनिफॉर्म मे आबैत अछि। समूचा स्कूल मे साफ- सफाई केर एहेन व्यवस्था स्थापित कायल गेल अछि कि देखते बनैत अछि। 

एहि स्कूल के शिक्ष सभ अप्पन सच्चा लगन आओर मेहनत केर बदौलत छात्र सभक भीतर संस्कार, सभ्यता आओर उच्च नैतिकता क' बहुत सुंदर आओर स्थिरता केर संग ढालैत छथि। ईए कारण अछि कि जखन कियो ओहि स्कूल जायत अछि तेँ छात्र - छात्रा सभ अपन स्वागत शैली आओर शालीन व्यवहार सँ हुनकर मोन मोहि लैयत अछि। 

अपने क' बता दी एहि स्कूल केँ दोसर सभसँ नीक बात ई अछि कि ई स्कूल संस्कृत मीडियम होयबाक बावजूद एहिमे पढाई बला कुल छात्र - छात्रा केँ  40 प्रतिशत हिस्सा मुस्लिम छात्र - छात्रा अछि आओर सभ मुस्लिम छात्र - छात्रा संस्कृत केर श्लोक पढ़ैत अछि आओर ऐहिक माने सेहो खूब जोका बुझैत अछि। 

आय एक दिस जता देश भरिमें किछु सांप्रदायिक ताकत सभ धर्म केर  नाम पर नफरत पसारे के काज क' रहल अछि, आपसी भाईचारा क' खत्म करे चाहैत अछि, ओतहि दोसर दिस एहि स्कूल के हिंदू- मुस्लिम छात्र मिल जुलीके पूरा दुनिया क' स्नेह आओर भाईचारा केर संदेश किछु एहि अंदाज मे द' रहल अछि कि नफरत केर पुजारी सेहो एहि मासूम बच्चा सभक मुरीद भ' जाय। 

स्कूल कें पूर्व सेवा निवृत प्राचार्य बैधनाथ झा कहलनि कि एक समय एहनो छल जखन एहि स्कूल मे पहली कक्षा सँ क'के एमए (आचार्य) धरिक  पढ़ाई होयत छल। मुदा बदलैत समय केर साथ शिक्षा प्रणाली मे सरकार केर निति सेहो बदले लागल, जाहिक नतीजा ई भेल कि आय ई स्कूल मिडिल स्कूल मे सीमित रही गेल। 

अपने क' बता दी ई स्कूल बिहार संस्कृत बोर्ड सँ जुड़ल अछि आओर संस्कृत बोर्ड केर नियम मुताबिक सरकार स्कूल के भवन निर्माण केर  जिम्मेदारी नहि उठबैत अछि, ऐहिक लेल स्कूलक भूमि, भवन आओर दोसर महत्वपूर्ण जरूरत स्कूल समिति सदस्य सभके जुटबे पड़ैत अछि। एहि स्कूल क' सरकारी सहायता केर नाम पर शिक्षक सभके वेतन के संगे - संग छात्र सभके किताब आओर छात्रवृत्ति देल जायत अछि। ओनाकि हायाघाट केर विधायक अमरनाथ गामी केर कोष सँ दू कमरा पक्का मकान बनाओल जे रहल अछि। 

विद्यालय केँ प्राचार्य आरती कुमारी कहलनि की आय स्कूल कैको मूलभूत सुविधा सँ वंचित अछि, जेना छात्र सभक अनुपात मे कमरा के कमी, स्कूल के बॉउंड्री वाल नहि होयब, शिक्षक सभक कमी आओर बरसातक दिन मे जल जमाव केर समस्या। प्राचार्य आरती कुमारी कहलनि की स्कूल मे पर्याप्त भवन नहि होयबाक कारण अस्थिर - अस्थिर छात्र सभक संख्या कम भेल जे रहल अछि जे एक चिन्ता केर विषय अछि, हम सभ स्कूल के एहि समस्या केर प्रति कैको बेर संबंधित विभाग क' अवगत करेलहुँ मुदा आय धरी किछु नहि भ' सकल।

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