बिजली केँ समस्या होयत दूर, पांच बरखक भीतर बिहार मे भेटत भरपूर बिजली

पटना। 11 दिसम्बर। बिहार मे पांच बरखक भीतर 10 हजार मेगावाट सँ बेसी बिजली आपूर्ति होयत। ऐहिक लेल 13 हजार मेगावाट सँ बेसी बिजली देबाक ट्रांसमिशन क्षमता विकसित कायल जे रहल अछि। आम जनता केँ निर्बाध व गुणवत्तापूर्ण बिजली देबाक लेल बिहार स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड द्वारा पूरा प्लान तैयार कायल जे रहल अछि। एखन सात हजार सँ बेसी ट्रांसमिशन क्षमता अछि आओर अधिकतम 45 सौ मेगावाट सँ बेसी बिजली देल जे चुकल अछि। फिलहाल औसतन 3500 मेगावाट बिजली मुहैया कराओल जे रहल अछि। 

बिहार सरकार केँ सात निश्चय मे एक मुख्यमंत्री विद्युत संबंध निश्चय योजना केर तहत एपीएल परिवार क' बिजली कनेक्शन देल जे रहल अछि। केंद्र केर सौभाग्य योजना केर तहत एपीएल परिवार सभकेँ बिजली कनेक्शन भेटत। बिजली कनेक्शन 50 लाख सँ बेसी एपीएल परिवार क' देल जायत। बीपीएल परिवार क' दीनदयाल उपाध्याय ज्योति ग्राम योजना केर तहत कनेक्शन देल जे रहल अछि। ऐहिक तहत लगभग 65 लाख ग्रामीण परिवार क' बिजली कनेक्शन देल जायत। खेती के लेल अलग सँ बैन रहल डेडिकेटेड फीडर केर कारण खेती मे सेहो बिजली केर खपत बेसी होयत। लोग सभमे इलेक्ट्रॉनिक गजट केर उपयोगक बढ़ैत ललक केर कारण बिजली खपत मे हर बरख वृद्धि भ' रहल अछि। केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण दिस सँ कायल गेल सर्वे केर मुताबिक बरख 2022 तक बिहार मे 10 हजार मेगावाट सँ बेसी बिजली केर जरूरत पड़त। 

अपने क' बता दी बरख 2022 तक 10 हजार मेगावाट सँ बेसी बिजली देबाक लेल ट्रांसमिशन लाइन दुरुस्त होयबाक जरुरत अछि। ऐहिकेँ देखैत सीतामढ़ी, सहरसा आओर गया के चंदौती मे 400/220/123 केवी के ग्रिड सब-स्टेशन बनाओल जायत। रक्सौल मे 200/132/33 केवी के ग्रिड बनत । 220 केवी मे 930 सर्किट किलोमीटर तेँ 132 केवी मे 407 सर्किट किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइन बिछाओल जायत। इस मद मे 1409 करोड़ 36 लाख टाका खर्च होयत। जाहिमे 281 करोड़ टाका राज्य योजना सँ खर्च कायल जायत। ओतहि, 400/220/132 केवी मे बख्तियारपुर, नौबतपुर व जक्कनपुर, दानापुर के भुसौला मे 200/33 केवी आओर डुमरांव मे 200/132/33 केवी के ग्रिड-सब स्टेशन बनाओल जायत।

बख्तियारपुर मे ग्रिड बनेबा पर होमै बला खर्च 664 करोड़ मे राज्य सरकार 132 करोड़ खर्च करत। नौबतपुर, जक्कनपुर, भुसौला व डुमरांव के ग्रिड पर होमै बला खर्च 1688 करोड़ मे राज्य सरकार क' मात्र 168 करोड़ खर्च करे पड़त। एहि तरहे कर्मनाशा व कोढ़ा मे 220/132/33 केवी के ग्रिड सब-स्टेशन बनाओल जायत। संगहि 473 सर्किट किलोमीटर ट्रांसमिशन तार बदलल जायत। नौ ग्रिड सब-स्टेशन मे पावर ट्रांसफॉर्मर बदलल जायत। संगहि 220/132 केवी के 260 सर्किट किलोमीटर तार बदलल जायत। एहि पर खर्च होमै बला 1097 करोड़ मे राज्य योजना सँ 219 करोड़ खर्च होयत।