सहरसा : ऐतिहासिक 'श्री उग्रतारा महोत्सव' एहि बरख 18 नवम्बर सँ 20 नवम्बर धरी मनाओल जायत

सहरसा। 14 नवम्बर। [जितमोहन झा (जितू)] मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आओर पर्यटन विभाग, बिहार सरकार केँ पहल सँ सहरसा जिलाक महिषी गाम मे शुरू कायल गेल तीन दिवसीय उग्रतारा महोत्सव एहि बरख १८ नवम्बर सँ 20 नवम्बर धरी मनाओल जायत।

कोसी क्षेत्र केँ सांस्कृतिक व धार्मिक विशिष्टता क' पर्यटन केर मानचित्र पर स्थापित करबाक उद्देश्य सँ महिषी केँ उग्रतारा धाम म' पिछला पांच बरख सँ श्री उग्रतारा सांस्कृतिक महोत्सव केर आयोजन निरंतर भ' रहल अछि। हर बरखक भांति एहियो बरखक आयोजन क' सफल बनेबाक लेल आयोजन समिति केर बैसार निरंतर भ' रहल अछि। 


पर्यटन विभाग व जिला प्रशासन केर सौजन्य सँ आयोजित होमै बला श्री उग्रतारा सांस्कृतिक महोत्सव मे कार्यक्रम केर रुपरेखा एहि प्रकारे रहत।

महोत्सव मे पहिल दिन स्थानीय कलाकार सभक प्रस्तुति, मत्स्यगंधा पर लघु नाटकक अलावा आलोक राज व पुष्कर मिश्र के ग्रुपक प्रस्तुति होयत। पहिल दिनक मुख्य कलाकार केर रूप मे मैथिली ठाकुर सेहो भाग लेती। 


महोत्सव मे दोसर दिन सेहो स्थानीय कलाकार सभक प्रस्तुति होयत। ऐहिक अलावा पर्यटन विभाग केर सौजन्य सँ लोक गायिका अंचल अधिकारी एवं नीलम सिन्हा, नवल- नंदी ग्रुप केर प्रस्तुति होयत। दोसर दिनक मुख्य कलाकार मैथिली कामेडियन रामसेवक ठाकुर केर कार्यक्रम सेहो होयत।  

महोत्सव केँ अंतिम दिन स्थानीय कलाकार सभक प्रस्तुति के बाद कामेडियन रामसेवक ठाकुर केर कार्यक्रमक बाद मुख्य कलाकार ऋतुराज मंच केर शोभा बढ़ेथिन। 

महोत्सव केँ दोसर आ तेसर दिन कोसी, मिथिला, मंडन व उग्रतारा सँ संबंधित विषय पर सेमिनार आयोजित कायल जायत। एहि बेरक सेमिनार मे जेएनयू मे मीमांसा केँ प्राध्यापक रामनाथ झा, दिल्ली विवि केँ सेंट स्टीफेंस कॉलेजक संस्कृत केँ प्राध्यापक डॉ. पंकज कुमार मिश्र एवं निर्मल महाविद्यालय बनारस केँ चितनारायण पाठक, विशेश्वर मिश्र, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि केँ नंदकिशोर चौधरी केर संगहि डॉ. ललितेश मिश्रा, डॉ. विनय कुमार, डॉ. रामचैतन्य धीरज, अक्षय चौधरी, दिलीप चौधरी आदि भाग लेथिन। 

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