पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी बुद्धिजीवि आओर राजनेता सभक आँखि खोइल देलनि

समस्तीपुर। 05 अक्टूबर। विद्यापति पर्व समारोह के अवसर पर मंचासीन बुद्धिजीवी आओर राजनेता सभके मुख्य अतिथि व पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी आँखि खोइल देलनि। मिथिलाक संस्कृति सँ दूर - दूर धरि कोनो सरोकार नहि रखनिहार महामहिम केशरीनाथ त्रिपाठी जाहि सागर्भित आलेख क' उपस्थित मैथिल वृन्द सभक समक्ष प्रस्तुत केलनि, ऐहिक सभकियो सराहना केलनि।

नगर भवन के सभागार म' उपस्थित लोग सभक कहब छल कि महामहिम केशरीनाथ त्रिपाठी जाहि तरहे मिथिलाक सांस्कृतिक धरोहर, विद्यापति केर साहित्य साधना व माँ मैथिली के वरदपुत्र सभक चर्चा केलनि, निश्चित रूपे हुनकर विद्वता व मिथिलाक प्रति प्रेम दर्शाबैत छल। ओतहि मैथिल कोकिल विद्यापति केर स्मृति म' आयोजित पर्व समारोह म' मंचासीन विद्वान सभ बाबा विद्यापति केर चर्चा तक नहि केलनि।

विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी व पूर्व मंत्री डॉ. मदन मोहन झा हुनकर निर्वाण के कथा एक पंक्ति म' सुना अप्पन कर्तव्य केर इतिश्री क' लेलनि। मंचासीन विद्वतजन व राजनेता सभ अपना आप क' महामहिम केशरीनाथ त्रिपाठी केर यशोगान धरि सीमित राखलनि।

एतबे नहि, मैथिली के मंच सँ डॉ. बुद्धिनाथ मिश्र जेहेन विद्वान लोकनि तँ यशोगान हिन्दी म' शुरू क' देलनि ताकि राज्यपाल महोदय हुनकर चरण वंदन क' बुझी सकैथ। ऐहिक खुलासा सेहो विधानसभा अध्यक्ष करैत हिन्दी म' अप्पन संबोधन केलनि। ओतहि पूर्व मंत्री महोदय तेँ हद क' देलनि, ओ अप्पन संबोधन मैथिली म' शुरू केलनि आओर अंत हिन्दी म' केलनि। लोग सभक कहब छल ओ किछु देर आओर बाजतियैथ तेँ अंग्रेजी धरि पहुंच जेतियैथ।

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