लोकार्पण समारोह म' रामशृंगार पांडेय अप्पन अध्यक्षीय उद्बोधन म' कहलनि कि मणिकांत जीक अवतरण क्षेत्र पुरुख के रुप म' भेल अछि आओर ओ अप्पन रचना सभक माध्यम सँ जनमानस क' अप्पन दिस आकर्षित क' रहल छथि। लोकार्पण समारोह क' संबोधित करैत मैथिली सेनानी डॉ. बैद्यनाथ चौधरी बैजू कहलनि कि मणिकांत झा द्वारा चलाओल जे रहल गीतक ई शृंखला निरंतर प्रवाहमान रहत।
मैथिली हास्यव्यंग्य के सशक्त हस्ताक्षर डॉ. जयप्रकाश चौधरी जनक कहलनि कि प्रख्यात साहित्यकार कविचूड़ामणि काशीकांत मिश्र केर जयंतीक अवसर पर आयोजित एहि पोथीक लोकार्पण अभूतपूर्व ढंग स' होयब मणिशृंखला के लेल शुभ संकेत अछि। समारोह क' संबोधित करैत अजित आजाद कहलनि कि पछिला दस बरख म' मणिकांत झा द्वारा मैथिली गीतक भंडार क' बहुते समृद्ध कायल गेल अछि। कार्यक्रम म' विष्णुदेव झा विकल कहलनि कि हिनकर रचना आब युवावस्था म' पहुँच अछि।
लोकार्पण समारोह म' पहुँचल अतिथि सभक स्वागत रिजनल सेकेंड्री स्कूल के प्राचार्य मनोज कुमार झा पाग चादर सँ केलनि। कार्यक्रम म' दिलीप कुमार झा, संतोष कुमार मिश्र चुन्नू, राजीव कुमार, डॉ. शुभेंद्रनाथ ठाकुर, नीलम झा, मनोज कुमार चौधरी, जटाधर मिश्र आदि अप्पन विचार राखलनि।
गंधर्व झा केर वेदध्वनि सँ आरंभ भेल एहि लोकार्पण समारोह म' डॉ. सुष्मा झा, दीपक कुमार झा, बमबम झा, नीरज झा, केदार नाथ कुमर, अशोक कुमार झा, अर्जुन झा, आशुतोष, अभिषेक सहित कैको कलाकार द्वारा जगदंबमणि के गीत प्रस्तूत करि लोग सभके अभिभूत क' देलनि।
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