
नई दिल्ली। 20 जुलाई। रेल मंत्री सुरेश प्रभु भारतीय रेल म' सुधार करबाक लेल सदिखन नवा - नवा योजना बनबैत छथि। ताजा मामला विश्व बैंक केर मदैद सँ भारतीय रेलक पूरा कायाकल्पक अछि। खबैर अछि कि विश्व बैंक द्वारा पांच लाख करोड़ टाकाक निवेश सँ भारतीय रेल के स्थिति बदलबाक तैयारी काएल जे रहल अछि। भारतीय रेलवे अलग - अलग एजेंसि सभक निवेश केर मदैद सँ 164 साल पुरान भारतीय रेलवे म' सुधार करे चाहैत अछि। एहि योजनाक तहत परिवहन, डिजिटाइजेशन, तकनीकी आधुनिकीकरण के अलावा एक रेलवे विश्वविद्यालय आओर रेल टैरिफ अथॉरिटी बनेबाक सेहो योजना अछि।
अपने क' बता दी विश्व बैंक पहिनो भारतीय रेलवे के मदैद क' चुकल अछि। मदद कर चुका है। ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर बनेबा म' वित्तीय निवेश म' विश्व बैंक भारतीय रेलवे के मदैद केना छल। रेलवे के कायाकल्पक ढांचा तैयार काएल गेल अछि जाहिक तहत अगिला चारि बरख म' रेलवे के सूरत बदलबाक लेल करीब पांच लाख करोड़ टाका खर्च काएल जायत।
प्राप्त जानकारी केर मुताबिक रेल मंत्रालय एक दीर्घकालीन सुधार योजना सेहो बनेना अछि। यात्री आओर मालक ढुलाई केँ स्थिति निक बनेबाक लेल एहि योजना क' पूरा करबा म' सेहो विश्व बैंक मदैद करत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बहुचर्चित डिजिटल इंडिया कार्यक्रम केँ तहत रेल मंत्रालय डिजिटाइजेशन पर विशेष जोर द' रहल अछि।
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