नीतीश कुमार कहलैन हर इंसान के बातचीत मे सभ्य आर मर्यादित भाषा केर इस्तेमाल करबाक चाहि। कैल्ह सोमवार दिन अप्पन साप्ताहिक ‘लोक संवाद’ कार्यक्रम के बाद पत्रकार सभसे बात करैत नीतीश नीतीश कुमार कहलैन कि लोकतंत्र में बहस होती अछि। एहि तरहक बहस केर दौरान लोग अप्पन विचार सामना राखैत छैथ, मुदा भाषा आपत्तिजनक नहि होयबाक चाही।
लोग सभके अप्पन भाषाक स्तर बनेना रखबाक चाही। प्रधानमंत्री मोदी के नाम लेना बिना ओ कहलैन कि यदि अहाँ लग कुनु बड़का आ ऊंच पद अछि, तेँ अहाँक भाषा सेहो ओहि पदक मुताबिक होबाक चाही। नीतीश कुमार कहलैन कि हमरा ऊपर सेहो अमर्यादित भाषा केर प्रयोग कायल गेल छल। हम कहियो मर्यादा भंग नहि कएलहुँ। लोकतंत्र मे वाद-विवाद होयत रहैत अछि। सत्ता पक्ष आर विपक्ष अप्पन - अप्पन बात राखैत अछि, मुदा भाषा एहेन होबाक चाही जे आपत्तिजनक नहि होय।
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