प्रखण्ड मुख्यालय से आठ किलोमीटर के दूरी पर करहारा गाम अछि। धौस, डोरा आर थुम्हानी नदी से घेरल ई करहारा गाम विकासक लेल ललानवित अछि। करहारा घाट के धौस नदी पर पुल नहि अछि। गामसे बाहर आबै जाय लेल सड़क नहि अछि। करहारा गामक लोग सड़क नहि होयबाक कारण महराजी बांध के सहारे आयब - जायब करैत छैथ। सात हजारक आबादी बला करहारा गाम मे यादव, मुस्लिम, पिछड़ा आर महादलित व अनुसूचित जाति केर संख्या सर्वाधिक अछि। आजादी के साढ़े छह दशक बितलाक बादो करहारा गामक लोग सड़क, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा, टेलीफोन, यातायात, सिंचाई, रोजगार जेहेन जीवनक मौलिक सुविधा सभसे वंचित छैथ।
बाढ़ि व सुखाड़ केर दंश झेलब गामक नियति बैन गेल अछि। करहारा गाम मे मनरेगा व निर्मल भारत अभियान केर तहत शौचालय निर्माण काज के हालत बद से बदतर अछि। गामक महज बीस प्रतिशत लोगक घर मे निजी शौचालय अछि। 80 प्रतिशत लोग क' शौच के लेल भोर - सांझ बाहर जे पड़ैत छैन्ह। गामक अधिकांश लोग खेती पर आश्रित छैथ। बाढ़ि व बरसात के दिन करहारा गाम 2 माह तक टापू बनल रहैत अछि। जते घर से आबै जाय लेल नाह एक मात्र साधन रहैत अछि। धौस नदी पर पुल बनला से 50 हजार के आबादी क' जते सीधा लाभ भेटत। ओतहि करहारा, समदा, बिरदीपुर, सोहरौल, गुलड़िया टोल, उच्चैठ सहित एक दर्जन गाम के बसैठ से सीधा जुड़ाव भ' जायत।
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