केन्द्रीय विश्वविद्यालय केर दर्जा भेटलाक बाद कार्यशैली म' भेल परिवर्तन

समस्तीपुर। 05 दिसम्बर। जिला केँ पूसा स्थित डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय क' केन्द्रीय विश्वविद्यालय केर दर्जा भेटते ऐहिक कार्यशैली म' सेहो परिवर्तन भेल जे रहल अछि। देश केँ प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद केर जन्म तिथि के अवसर पर 3 दिसम्बर 1970 क' राजेन्द्र केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय केर स्थापना भेल छल। पछिला बरख एहि  विश्वविद्यालय क' केन्द्रीय विश्वविद्यालय केर दर्जा प्राप्त भेल। जाहिक बाद एहिठामक कार्यशैली म' सेहो लगातार परिवर्तन होयत जे रहल अछि। जाहिक उदाहरण गत शनिवार 3 दिसम्बर क' देखबाक लेल भेटल।  

विश्वविद्यालय परिसर म' हर बरख केर भांति आहियो बरख सेहो तीन दिवसीय किसान मेला केर आयोजन कायल गेल छल। एहि अवसर पर केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह बहुत विलंब सँ विश्वविद्यालय पहुंचला।  लेकिन केन्द्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राम कृपाल यादव अप्पन  निर्धारित समय पर लगभग 12 बजे पहुंचला। राम कृपाल यादव परिसर म' लागल मेला केँ जखन निरीक्षण केलन्हि तेँ ओहो एहि बात क' स्वीकार केलन्हि कि आब विश्वविद्यालय केर कार्यशैली म' परिवर्तन भ' रहल अछि। जे देश केँ विकास व किसान सभक उन्नति केँ लेल शुभ संकेत अछि। 

राम कृपाल यादव कहला कि आबै बला समय म' ऐहिक पहचान देश आर  विश्व स्तर केर होयत। मंत्री महोदय मेला म' लागल कृषि सँ संबंधित सभ  स्टाॅल केँ सेहो निरीक्षण करि ऐहिक लेल विश्वविद्यालय प्रशासन क' सेहो  धन्यवाद देलन्हि। एम्हर दर्जा भेटलाक बाद विश्वविद्यालय केँ विस्तारीकरण सेहो शुरू भ' गेल अछि।  एहिमें शाॅपिंग काॅम्पलेक्स केर शिलान्यास, वानिकी स्तातकोत्तर भवन केर शिलान्यास, गंगा बेसिन म' जलवायु परिवर्तन केँ प्रभाव अध्ययन केन्द्र भवन केर शिलान्यास, मत्स्यकी महाविद्यालय केर शिलान्यास एवं विश्वविद्यालय केर मुख्य भवन केर सेहो विस्तारितकरण आदि केर काज शुरू कायल गेल अछि।

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