प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 नवम्बर क' 500 आर 1000 टक्का के नोट क' लीगल टेंडर सँ बाहर क' देना छलाह। ऐहिक बाद कैश केर किल्लत भेला पर सरकार निकासी केर सीमा तय केना छल। पहिने इ सीमा एक दिन म' 10 हजार टक्का आर सप्ताह म' अधिकतम 20 हजार टक्का छल, जाहीकेँ बाद म' 24 हजार टक्का कायल गेल छल। ऐहिक अलावा किसान आर छोट छिन्ह व्यापारि सभक लेल नियम म' ढील देल गेल छल।
रविवार दिन रिजर्व बैंक केर गवर्नर उर्जित पटेल नोटबंदी पर चुप्पी तोड़ैत कहने छला कि कैश केँ कुनु किल्लत नहि अछि। आम लोग सभक परेशानि क' दूर करबाक पूरा कोशिश कायल जे रहल अछि आर जल्दे स्थिति सामान्य भ' जायत।
पहिना सँ बैंक म' जमा पैसा किएक नहि निकैल सकैत छी :- बताओल जे रहल अछि कि एखन धरी जमा राशि केँ पहिने जांच कायल जायत। ओहि सभ खाता पर नजरि अछि जाहि खाता म' नोटबंदी के बाद अचानक पैघ राशि जमा कायल गेल अछि। जनधन खाता म' सेहो एखन धरी जमा राशि बढिकेँ 70 हजार करोड़ टक्का सँ बेसी भ' गेल अछि। नोटबंदी केँ बाद बैंक सभ म' 500 1,000 केँ पुरनका नोट एखन धरी कुल 8.45 लाख करोड़ जमा भेल अछि या बदलल गेल अछि। इ आंकड़ा 27 नवम्बर केँ थीक। रिजर्व बैंक एक बयान म' इ जानकारी देलन्हि।
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