सहरसा। 24 सितंबर। कोसी क्षेत्र के पुरातात्विक अवशेष सभ क' समैंट मत्स्यगंधा परिसर म' स्थापित कारु खिरहरि संग्रहालय केँ ताला सात बरखक बाद कैल्ह शुक्रवार दिन आमजन लेल फेर सँ खुजल। भागलपुर के संग्रहालयाध्यक्ष डा. ओमप्रकाश पंडित पुरातत्व विभाग केर निर्देश पर सहरसा पहुँच बंद पड़ल संग्रहालय क' पुनः खोललनि।
उल्लेखनीय अछि कि बरख 2001 म' पूर्व पर्यटन एवं कला संस्कृति मंत्री अशोक सिंह केर प्रयास सँ स्थापित कारु खिरहिर संग्रहालय स्थापित कायल गेल छल। जाहि क' देखबाक लेल दूर- दूर सँ लोग कोसी क्षेत्र के पुरातात्विक व ऐतिहासिक अवशेष क' देखा आबैत छल। बरख 2005 म' एहि संग्रहालय सँ भगवान बुद्ध केँ बेशकीमती मूर्ति चोरी चोरी भ' गेल छल। तहिये सँ संग्रहालय क' बंद क' देल गेल छल।
अपने क बता दी आय धरी प्रशासन चोरी भेल भगवान बुद्ध केर मूर्ति क' बरामद करबा म' विफल अछि, मुदा संग्रहालय बंद रहब लोग सभ क' खगैत छलैन्ह। एहि बीच पुरातत्व निदेशालय द्वारा पुन: संग्रहालय क' खोलाबक अनुमति सँ सभक बिच खुशीक माहौल अछि। संग्रहालयाध्यक्ष कहल कि अगर सबकुछ ठीेक- ठाक रहल तेँ संग्रहालय नियमित खुजल रहत। एहि मौक़ा पर रक्तकाली मंदिर प्रबंध समिति केँ व्यवस्थापक कुमार हीरा प्रभाकर, सदस्य राजेश्वर यादव, भगवान झा समेत बहुत रास लोग उपस्थित छलाह।
उल्लेखनीय अछि कि बरख 2001 म' पूर्व पर्यटन एवं कला संस्कृति मंत्री अशोक सिंह केर प्रयास सँ स्थापित कारु खिरहिर संग्रहालय स्थापित कायल गेल छल। जाहि क' देखबाक लेल दूर- दूर सँ लोग कोसी क्षेत्र के पुरातात्विक व ऐतिहासिक अवशेष क' देखा आबैत छल। बरख 2005 म' एहि संग्रहालय सँ भगवान बुद्ध केँ बेशकीमती मूर्ति चोरी चोरी भ' गेल छल। तहिये सँ संग्रहालय क' बंद क' देल गेल छल।
अपने क बता दी आय धरी प्रशासन चोरी भेल भगवान बुद्ध केर मूर्ति क' बरामद करबा म' विफल अछि, मुदा संग्रहालय बंद रहब लोग सभ क' खगैत छलैन्ह। एहि बीच पुरातत्व निदेशालय द्वारा पुन: संग्रहालय क' खोलाबक अनुमति सँ सभक बिच खुशीक माहौल अछि। संग्रहालयाध्यक्ष कहल कि अगर सबकुछ ठीेक- ठाक रहल तेँ संग्रहालय नियमित खुजल रहत। एहि मौक़ा पर रक्तकाली मंदिर प्रबंध समिति केँ व्यवस्थापक कुमार हीरा प्रभाकर, सदस्य राजेश्वर यादव, भगवान झा समेत बहुत रास लोग उपस्थित छलाह।
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