मुक्तिपद.


-------मुक्तिपद------
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वासे अन्दर भाव मुक्ति
साधू पंडित संत ।
अंत समय तारण सुक्ति
भजन राम महंत ।

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महेश मञ्जरी स'उद्धृत

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