मिथिला म' बाढ़ि सँ एखन धरी 61 लोगक मौत, 31 लाख सँ बेसी लोग प्रभावित

पटना। 5 अगस्त। मिथिलाक सभ नदीक पैन भलेहिं कम हुवे लागल अछि, मुदा कैको गामक लोग एखनहुँ बाढ़िक पैन सँ घेरल छैथ। मिथिलाक  13 जिला केँ 31 लाख सेँ बेसी लोग बाढ़ि सँ प्रभावित छैथ आर एखन धरी बाढ़ि सँ  61 लोगक मौत भ' चुकल अछि।

राज्य आपदा प्रबंधन विभाग केँ मुताबिक, पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, दरभंगा, मधेपुरा, भागलपुर, कटिहार, सुपौल, सहरसा, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज सहित पूर्वी चंपारण आर मुजफ्फरपुर जिला केँ करीब 69 प्रखंड बाढ़िक चपेट मेँ अछि।

पटना स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष केँ मुताबिक, मिथिलाक सभ प्रमुख नदी केर जलस्तर मेँ कमी दर्ज कायल गेल अछि। नियंत्रण कक्ष मेँ प्रतिनियुक्त सहायक अभियंता अभिषेक कुमार कहला कि वीरपुर बैराज म' कोसी नदी केँ जलस्तर 1.25 लाख क्यूसेक दर्ज कायल गेल, जखनकि वाल्मीकि नगर बैराज म' गंडक केँ जलस्तर करीब 97 हजार क्यूसेक अछि। दुनु नदी केर जलस्तर म' कमी भ' रहल अछि।  अभिषेक कुमार कहला कि कमला बलान नदी झंझारपुर म' ख़तरा केँ निशान सँ ऊपर बही रहल अछि।

एम्हर, नदि सभक जलस्तर म' कमी केँ कारण कटाव तेज भ' गेल अछि।  मधेपुरा केँ चौसा आर आलमनगर प्रखंड केँ 200 सेँ बेसी गाम म' स्थिति भयावह बनल अछि। कोसी केर जलस्तर म' उतार-चढ़ाव देखल जे रहल अछि। सीमांचल केँ अररिया स्थित सिकटी म' बकरा आ  नूना नदि मेँ कटाव तेज़ अछि।  अररिया के कैको गामक लोग एखनो बाढ़ि सँ घेरल छैथ  आर हुनका सभ केँ एखनो राहत पहुँचबाक  इंतजार अछि।

किशनगंज म' पैन घटला सँ बीमारी बढ़बाक आशंका अछि।  कटिहार म' महानंदा केँ जलस्तर म' गिरावट सँ स्थिति सुधरल अछि।  मनिहारी मेँ एक बेर फेर गंगा केँ कटाव शुरू भ' गेल अछि। पूर्णिया जिला मेँ सेहो बाढ़िक स्थिति म' सुधार अछि।

आपदा प्रबंधन विभाग केँ अनुसार, बाढ़ि प्रभावित क्षेत्र म' 1.61 लाख हेक्टेयर म' लागल फसल बर्बाद भ' गेल अछि आर सड़क सेहो क्षतिग्रस्त भ' गेल अछि, जाहि सँ आवागमन प्रभावित भेल अछि।  छह लाख लोग विस्थापन केँ जीवन बिता रहल अछि, तखनकि  3.78 लाख लोग सरकार द्वारा स्थापित 460 राहत शिविर सभ मेँ शरण लेना अछि। बाढ़ि सँ 13 हजार सेँ बेसी घर क्षतिग्रस्त भेल अछि।

आपदा प्रबंधन विभाग केँ अधिकारी कहला कि बीमारी केर आशंका क' देखैत बाढ़ि प्रभावित क्षेत्र सभ  मेँ 175 चिकित्सा दल सभ केँ भेजल गेल अछि। विभागक दावा अछि कि बाढ़ि प्रभावित क्षेत्र सभ मेँ राहत काज  लगातार चली रहल अछि। 

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