मार्ग कठिन अछी आत्मबल सबल अछि
पाठकक स्नेहे स मनोबल बढल आछी !
हम तऽनिमित छि मिथिलाक पुत्र केर ,
दीन राति बाटैत छि मैथिलिक सूत्र केर !!
मिथिला राज्य चाही बस एक अछि अभिलाषा ,
अपन गाम घरक सहयोग स जरुर पुरत इ आशा !!!

पट्टीटोल , भैरव स्थान ,
झंझारपुर ,मधुबनी ,
बिहार , ८४७४०४
मो -9990379449
भारत भूमि महान
भाल मुकुट हिमगिरी बीराजय ,
बन उपवन तन -मन के साजय,
जलनिधि पायर पखारथी सदिखन ,
कय कल -कल स्वर गान !
हमर हे भारत भूमि महान ----
आहा केर लाखक लाख प्रणाम !!
दिनकर प्रथम किरन दय उर पर ,
गाबय कोकिल सातहु सुर पर ,
शीतल बिंदु इंदु झहराबथी ,
तरेगन करैत अछि मुस्कान
हमर हे भारत भूमि महान -----
आहा केर लाखक लाख प्रणाम
ब्रम्हापुत्र ,गंडक आ गंगा ,
सरयुग ,कोशी ,यमुना ,तमसा ,
वक्षस्थल पर खेलथी सदिखन
कमला और बलान !
हमर हे भारत भूमि महान ---
आहा केर लाखक लाख प्रणाम
शंकर ,व्यास ,मंडन आ दधिची,
बिद्या बारीधी पुण्र बिभूति ,
देलनि रंग बीरंगक पोथी गीता ,वेद ,पुरान !
हमर हे भारत भूमि महान ----
आहा केर लाखक लाख प्रणाम
गाँधी ,बुद्ध ,सुभाष ,भगत केर ,
जंथी के नही एही जगत केर
सीता ,साबित्री सन कर्मठ ,
मनु सनक कतेको सन्तान !
हमर हे भारत भूमि महान ------
आहा केर लाखक लाख प्रणाम
(समप्प्त )
पाठकक स्नेहे स मनोबल बढल आछी !
हम तऽनिमित छि मिथिलाक पुत्र केर ,
दीन राति बाटैत छि मैथिलिक सूत्र केर !!
मिथिला राज्य चाही बस एक अछि अभिलाषा ,
अपन गाम घरक सहयोग स जरुर पुरत इ आशा !!!

गीतकार - मुकेश मिश्रा
पट्टीटोल , भैरव स्थान ,
झंझारपुर ,मधुबनी ,
बिहार , ८४७४०४
मो -9990379449
भारत भूमि महान
हमर हे भारत भूमि महान -----
आहा केर लाखक लाख प्रणाम |
भाल मुकुट हिमगिरी बीराजय ,
बन उपवन तन -मन के साजय,
जलनिधि पायर पखारथी सदिखन ,
कय कल -कल स्वर गान !
हमर हे भारत भूमि महान ----
आहा केर लाखक लाख प्रणाम !!
दिनकर प्रथम किरन दय उर पर ,
गाबय कोकिल सातहु सुर पर ,
शीतल बिंदु इंदु झहराबथी ,
तरेगन करैत अछि मुस्कान
हमर हे भारत भूमि महान -----
आहा केर लाखक लाख प्रणाम
ब्रम्हापुत्र ,गंडक आ गंगा ,
सरयुग ,कोशी ,यमुना ,तमसा ,
वक्षस्थल पर खेलथी सदिखन
कमला और बलान !
हमर हे भारत भूमि महान ---
आहा केर लाखक लाख प्रणाम
शंकर ,व्यास ,मंडन आ दधिची,
बिद्या बारीधी पुण्र बिभूति ,
देलनि रंग बीरंगक पोथी गीता ,वेद ,पुरान !
हमर हे भारत भूमि महान ----
आहा केर लाखक लाख प्रणाम
गाँधी ,बुद्ध ,सुभाष ,भगत केर ,
जंथी के नही एही जगत केर
सीता ,साबित्री सन कर्मठ ,
मनु सनक कतेको सन्तान !
हमर हे भारत भूमि महान ------
आहा केर लाखक लाख प्रणाम
(समप्प्त )
bad neek
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