हड़ाहि
एकटा हड़ाहि जे राति मे पटकलन्हि साँए के
तोड़लन्हि चौकी
भोरे-भोर पड़ोसनी के गरिअबैत कहलखिन्ह
हँ,चुप्प रह गे सत्तबरती
राँड़ी, छुच्छी, सँएखौकी
एकटा हड़ाहि जे राति मे पटकलन्हि साँए के
तोड़लन्हि चौकी
भोरे-भोर पड़ोसनी के गरिअबैत कहलखिन्ह
हँ,चुप्प रह गे सत्तबरती
राँड़ी, छुच्छी, सँएखौकी
प्रशांत जी, एहि सशक्त क्षणिकासँ अहाँक प्रवेश बहुत रास सम्भावना अनलक अछि।
जवाब देंहटाएंBADD NEEK, EHINA LIKHAIT RHOO.
जवाब देंहटाएंbad nik kshanika
जवाब देंहटाएंbad nik rashant ji
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