दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री अटल जीक दुःखद निधन सँ समूचा भारत देश शोकाकुल भए गेल अछि। अटलजी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अंतिम सांस लेलनि।
जनतब हो जे वाजपेयी जीकेँ मूत्रनलीमे संक्रमण, छातीमे जकड़न आओर गुर्दा (किडनी) नलीमे संक्रमणक शिकायत केँ बाद 11 जुनकेँ एम्समे भर्ती कराओल गेल छलनि। मधुमेह (चीनी रोग) सँ पीड़ित अटलजीक मात्र एक्कहि टा किडनी (गुर्दा) काज करैत छलनि। बृहस्पतिदिन अर्थात आय भिनसर बताओल गेल छल जे अटलजीकेँ निमोनियाक कारण दुनू फेफड़ा सही सँ काज नहि करैत छलनि संगहि दुनू किडनी सेहो कमजोर भए गेल छलनि जाहि सँ हुनक हालत बेहद नाजुक बनि गेल छल।
बीतल 15 अगस्तक एम्स द्वारा जारी बुलेटिनमे कहल गेल छल जे पूर्व प्रधानमंत्री अटलजी पछिला 9 हफ्तासँ एम्समे भर्ती छथि। पहिने हुनकर हालत स्थिर छल मुदा पछिला 24 घंटामे हुनकर हालत बड्ड खराब भए गेलाक कारण लाइफ सपोर्ट सिस्टम (वेंडिलेटर) पर राखल गेल छन्हि।
आय भिनसर सेहो एम्स द्वारा बुलेटिन जारी कय बताओल गेल छल जे पूर्व प्रधानमंत्री जीक तबियत बेसी खराब छन्हि आओर हुनक स्थिति बड्ड बेसी बिगैर गेल छन्हि।
उल्लेखनीय अछि जे पूर्व प्रधानमंत्री 'अटलजी' मात्र राजनेते नहि बल्कि प्रखर वक्ता, कुशल राजनीतिज्ञ केर संगहि लेखक सह कवि सेहो छलाह। कतेको रास प्रेरक रचना हिनकर विद्यमान अछि। जनतब हो जे 'जय जवान-जय किसान' नारा जे 'शास्त्रीजी' द्वारा देल गेल छल, अहि नारामे 'जय विज्ञान' जोरि देशकेँ अविष्कार आ टेक्नोलॉजी पर विकास हेतु प्रेरक नारा सेहो अटलजी देलनि।
अटलजीक सेहत जनबाक हेतु समूचा देश सँ तमाम राजनीतिक हस्ती सभ दिल्ली गेल छलाह। वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंहजी सेहो एम्स पहुँचि अटलजीक सेहत जनबाक हेतु पहुँचल छलाह। अटलजी एकटा एहन छवि बनौनिहार राजनेता छलाह जिनकर प्रसंशक अपन पार्टीक अलावा विरोधी पक्ष सेहो छलनि। नेतृत्व क्षमताकेँ अद्भुत गुण छलनि अटलजीमे।
अटलजी मिथिलाहितमे सेहो बड्ड काज कयने छथि। मैथिली भाषाकेँ अष्टम अनुसूचिमे स्थान दियौनिहार अहि दिवंगत आत्मा केर मिथिला सदैव ऋणी रहत।
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