पटना : बिहार केँ मैन्युफैक्चरिंग हब बनेबाक उद्देश्य सँ उद्योग विभाग द्वारा मुम्बईमे आयोजित इन्वेस्टर मीटमे भारी संख्यामे उद्यमी लोकनि बिहारमे निवेश करबाक इच्छा जतौलनि अछि।
निवेश आयुक्त आरएस श्रीवास्तव द्वारा जारी कयल बयानकेँ मोताबिक 16 अगस्त केर महाराष्ट्रकेँ पुणे स्थित सेंट लॉर्न बिजनेस होटल कोरेगांव पार्कमे एकटा इन्वेस्टर मीट आयोजित कयल गेल जाहिमे इलेक्ट्रॉनिक प्रक्षेत्रक कंपनी जनरल इलेक्ट्रिकल्स, कृषि प्रक्षेत्रक कम्पनी जॉन डिरे, महिंद्रा केँ संग-संग मराठा चैंबर ऑफ कॉमर्सक सदस्य लोकनि भाग लेलाह।
बैसकीमे बिहार सरकार दिशसँ उद्योग विभागक प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ आओर निवेश आयुक्त आरएस श्रीवास्तव निवेशक लोकनिकेँ बिहारक उद्योग नीतिक सन्दर्भमे विस्तारपूर्वक जानकारी करौलनि।
दुनू अधिकारी लोकनि निवेशक केँ बतौलनि जे बिहारक औद्योगिक नीति 2016 में इलेक्ट्रॉनिक, आईटी, फ़ूड प्रोसेसिंग एवं टेक्सटाइल प्रक्षेत्र केँ उच्च प्राथमिक क्षेत्रमे राखल गेल अछि। औद्योगिक नीतिमे निवेशक लोकनि हेतु कैको तरहक छूट केर प्रावधान सेहो छन्हि।
जमीन निबंधन, संपरिवर्तन पर शत प्रतिशत छूट, टैक्स सम्बन्धी छूटक संग ब्याज पर सब्सिडी देबाक प्रावधान सेहो अहि नीतिमे समाहित अछि।
बिहारमे उद्योग लगेबामे अनावश्यक देरी सँ बचल जा सकै ताहि हेतु सिंगल विंडो सिस्टम सेहो लागू कयल गेलैक अछि। जे चीनी मिल बन्न भए चुकल अछि ओकरा चिन्हित कय पैघ भूमि बैंक तैयार सेहो कयल गेल छैक।