पटना : वर्षों सँ मिथिला राज्यक माँग केँ पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री राबड़ी देवी द्वारा सदनमे जोड़दार तरीका सँ उठाओल गेल। विधान परिषदमे प्रतिपक्षक नेता आओर बिहारके पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी सोमदिन सरकार सँ मिथिलाके अलग राज्य बनेबाक माँग कयलनि। भोजनावकाश केँ बाद सदनमे भाजपा विधान पार्षद सुमन कुमारके मैथिलीकेँ द्वितीय राजभाषा केर दर्जा देबाक वास्ते पूछल गेल सवालक जवाब पर सुश्री राबड़ी देवी पृथक मिथिला राज्यक माँग कयलनि। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी प्रभारी मंत्री ललन सिंहकेँ जवाब पर असंतोष व्यक्त करैत कहलनि जे जौं एना करब सम्भव नहि छैक तs सरकार अलगसँ मिथिला राज्यक गठन करैथ। उल्लेखनीय अछि जे सुमन कुमारके ई सवाल छलनि जे जखन भारत सरकार मैथिलीके आठम अनुसूचीमे शामिल कयने अछि आ बिहारक 40 टा लोकसभा क्षेत्रमे सँ 22 टा लोकसभा क्षेत्रमे लोक मैथिली भाषा बाजैत छथि। एनामे सरकार मैथिलीके द्वितीय राजभाषाक दर्जा देबाक लेल कोन तरहक प्रयाश कय रहल छथि ओ सदनकेँ जनाबौथ।
जनतब हो जे पछिला कतेको बरिखसँ पृथक मिथिला राज्यक गठन वास्ते अनेकों मैथिल संस्था आ विद्वान लोकनि संघर्षशील छथि। एनामे एकटा राजनीतिक दल द्वारा सदनमे सरकारक समक्ष पृथक मिथिला राज्यक माँग अहि राज्यान्दोलन वास्ते संजीवनीक काज करत। मिथिला अनादिकालसँ अपन संस्कृति आओर धरोहर लेल विश्वविख्यात अछि। एतहि विश्व प्रसिद्ध मिथिला पेंटिंग, राजनगर किला, दरभंगा महाराजक राजमहल, दरभंगा फोर्ट अपना आपमे मिथिलाक गौरवमयी अतीतकेँ व्याख्यान करैत अछि। देशमे दू-दू टा विश्वविद्यालय एक्कहि ठाम स्थापित रहबाक गौरव सेहो अहि मिथिलाके प्राप्त अछि।