दरभंगा : मशरूमक खेती सँ महिला सभ भ' रहल छथि आत्मनिर्भर

दरभंगा। 09 फरवरी। जता चाह ओतहि राह, एहि कहावत केँ चरितार्थ केना छथि जिलाक महिला सभ, जे अप्पन घरक कामकाज करैत आर्थिक मोर्चे पर सेहो सशक्त भूमिका निभा रहल छथि, संगहि एक प्रेरणा बैन दोसर महिला सभमे आत्म विश्वास सेहो जगा रहल छथि। 

ई महिला सभ मशरूमक खेती करैत छथि आओर दिनों दिन लोग सभक बीच मिसाल बैन रहल छथि। ओतहि, मशरूम जाहिक खेती चीन जेहन आर्थिक तौर पर मजबूत देशक सभसँ बड़का हथियार अछि, ओहिकें दरभंगा केँ महिला सभ अपना लेल जीबाक आधार बना लेना छथि।  

ई बहादुर महिला सभ दरभंगाक दस हजार आबादी बला बहादुरपुर प्रखंडक ओझौल गाम केँ वंदना झा, मुन्नी देवी, सरिता देवी आओर कुमकुम देवी छथि। गाम मे मशरूमक खेती केँ शुरुआत करय बाली वंदना झा कहलनि कि ओ अप्पन  आर्थिक तंगी सँ तंग भ' समाजक लाज-लज्जा त्यागैत ओ जीविका सँ जुड़ली आओर स्वरोजगारक बारे मे जानली।

ओहिक बाद ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण केंद्र सँ मशरूम उत्पादन के  प्रशिक्षण लेली आओर अप्पन छोट सनक शयन कक्ष सँ ऐहिक शुरुआत केलि। फेर अप्पन आस पड़ोसक आन महिला सभकेँ आत्मनिर्भर बनेबाक  मकसद सँ सभकेँ ऐहिक जानकारी देली आओर एक समूह बना गत अक्टूबर सँ मशरूमक खेती शुरू क' देली। अस्थिर - अस्थिर एहिसँ कैको महिला जुड़ली आओर आब वंदना केँ प्रयास सँ मशरूमक खेतीक एक सार्थक माहौल बैन गेल अछि। 

आब सभ महिला अप्पन अप्पन घरक काम-काज निपटा मशरूमक देखभाल मे जुटल रहैत छथि। जाहिसँ आब हुनका सभक घरक आमदनी सेहो बढ़ल अछि आओर हुनका सभक घरक माली स्थिति सेहो ठीक भ' रहल अछि। वंदना झा कहलनि कि ओ सभ बजार सँ नब्बे टाका प्रति किलोक हिसाब सँ बीया किनैत छथि आओर  एक किलो बीया सँ करीब पचीस किलो मशरूम तैयार करैत छथि। बजार मे ऐहिक दाम 150 टाका -200 टाका प्रति किलो भेटैत अछि।