बुध दिन लालू स्पेशल सीबीआई कोर्ट मे दुमका खजाना मामला मे सुनवाई लेल पेश भेल रहथि। एहि दौरान हुनका माथ पर साढ़े तीन बरखक सजा होयबाक बादो कुनु तरहक दुःख नहि झलकैत छल। उल्टा ओ सुनवाई सँ पहिने जज शिवपाल सिंह संग बातचीत करैत देखार देला। जज शिवपाले सिंह लालू क' 89.27 लाख टाकाक चारा घोटाला मे 6 जनवरी क' साढ़े तीन बरखक सजा सुनेना छल आओर संगहि हुनका ऊपर 10 लाख टाकाक जुर्माना सेहो लगेना छल।
कोर्टरूम में मौजूद प्रत्यक्षदर्शि सभक मुताबिक जखन जज शिवपाल लालू यादव सँ जेल मे होमै बला दिक्कतक बारे मे पुछलनि तेँ लालू यादव अप्पन अंदाज मे शिकायत केलनि कि जेल प्रशासन हुनका पार्टी कार्यकर्ता आओर आन लोग सभसँ भेंट करबाक इजाजत नहि दैत अछि। जाहि पर जज कहलनि कि आंगतुक सभकेँ जेलक नियम केर पालन कराइये पड़त ओहिक बाद भेट करे देल जायत, एहिलेल हम अहाँक लेल खुलल जेलक सिफारिश केना रही।
एहि पर लालू यादव तुरंत जवाब देलनि कि अगर कार्यकर्ता सभकेँ खुलल जेल मे रोकक जायत तेँ ओता नरसंहार भ' सकैछ। झारखंडक सभ 20 हजार पुलिसकर्मि सभकेँ सुरक्षा मे तैनात हुवे पड़त। जाहि पर जज कहलनि कि अहाँ चिंता जूनि करू एहेन किछु नहि होयत।
लालू यादव जज सँ जेल मे साधारण कैदी जोका व्यवहार होयबाक शिकायत केलनि जाहि पर जज जबाब देलनि कि नियम सभक लेल समान अछि। लालू यादव जज सँ दुमका खजाना मामला मे जल्द सँ जल्द अप्पन फैसला सुनबाक गुजारिश करैत कहलनि कि कृपा करी हमारा ढाई बरखक सजा एहि मामला मे दी। जाहि पर जज सख्ती सँ कहलनि कि अहाँ एहि तरहक गप जूनि बाजी। एहि तरहक बात एहिठाम नहि होयबाक चाही।