राजविराज (नेपाल)। 26 दिसम्बर। दिनांक 22 आ 23 दिसम्बर क' अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन समारोह पुर्वक राजविराज नेपाल मे संपन्न भेल। सम्मेलन केँ पहिल दिन शोभायात्रा, उद्घाटन-भाषण आओर अंतरराष्ट्रीय महिला कवयित्री सम्मेलन आयोजित भेल। सम्मेलन केँ दोसर दिन विचार गोष्ठी आओर सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि आयोजित भेल। चौबीसो भाषाक भाषाविद्, कलाकार आ मैथिली मिथिला सेवी लोकनि क' मिथिलारत्न उपाधिस सँ सम्मानित कायल गेलनि।
अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलनक केर मुख्य उद्देश्य....
- जनजागरण होई जाहि सँ मिथिला मैथिलीक सम्पूर्ण स्तर पर सर्वांगीण विकाश होई।
- मिथिलाराज्य पुनर्निर्माण।
- राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तरक सब संस्था एकजूट होइ।
- आत्म चेतना जागय जाहि सँ मिथिला मैथिलीक अस्मिता ओ अस्तित्वबोध संरक्षित ओ सुरक्षित होई।
- मिथिलाक सब लोकमें समरसता आबई।
ई सम्मेलन पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटलबिहारी वाजपेयी, तत्कालीन गृहमंत्री श्री लालकृष्ण आडवाणी, पद्मश्री डॉ सी पी ठाकुर, तत्कालीन रेलमंत्री श्री नीतीश कुमार, पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी समेत सबदलक नेतालोकनिक, साहित्यकार- कलाकार-पत्रकार आदिक सहयोगसँ भेटल मैथिलीक संवैधानिक अधिकार फलस्वरूप आयोजित होइत 2003 सँ आबि रहल अछि। ई पन्द्रहम मैथिली सम्मेलन छल। नेपाल में ई तेसर सम्मेलन छल पहिल काठमांडू, दोसर जनकपुर धाम, तेसर ई छल।
- जनजागरण होई जाहि सँ मिथिला मैथिलीक सम्पूर्ण स्तर पर सर्वांगीण विकाश होई।
- मिथिलाराज्य पुनर्निर्माण।
- राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तरक सब संस्था एकजूट होइ।
- आत्म चेतना जागय जाहि सँ मिथिला मैथिलीक अस्मिता ओ अस्तित्वबोध संरक्षित ओ सुरक्षित होई।
- मिथिलाक सब लोकमें समरसता आबई।