अपने क' बता दी कैल्हि मंगल दिन दैनिक जागरण समूह द्वारा दहेजक खिलाफ पूरा बिहार मे जागरुकता अभियान चलाओल गेल छल। एहि अभियानक एक कड़ी मे दहेज मुक्त मिथिला संगठन द्वारा धावक आर. के. दीपक केर नेतृत्व मे ई जागरुकता अभियान चलबैत लोग सभसँ दहेज आओर बाल बिआह क' बंद करबाक अपील कायल गेल। दहेज मुक्त मिथिला द्वारा चलाओल गेल अभियानक प्रति लोग सभमे जबरदस्त उत्साह देखबाक लेल भेटल।
"मिथिला दैनिक परिवार केँ समस्त मिथिलांचल वासी सँ एक अपील"
हे माँ मिथिला केर संतान दहेजक पीड़ा हुनका सँ पुछु जिनक बिटिया रानी दहेजक दानव केर शिकार बनैत छथि, या फेर हुनका सँ पुछु जे अप्पन बिटिया रानी केर अधिकारक खातिर कोर्ट कचहरी केर चक्कर लगबैत छथि। दहेज पता नहि कतेको घरक लाडली क' खा गेल। चंद टाकाक खातिर कायल गेल एहि कुकृत्य कए आखिर अपने की कहब? पागलपन, वहशीपन या फेर पाश्विकता। मानव समस्त प्राणि सँ श्रेष्ठ छथि। श्रेष्ठता एहि खातिर किएक जे मानव मे सभ्यता अछि। हे मैथिल दहेजक नाम पर अप्पन बिखरैत सभ्यता क' हमरा सभके बचबे पड़त ताकि एक श्रेष्ठ समाज केर पुर्ननिर्माण कायल जे सके। दहेजक खूटा सँ बान्हल सम्बन्धक डोर सदिखन कमजोर होयत अछि जे कखनहुँ टूटी सकैत अछि। दहेजक एहि अभिशाप, एहि कलंक क' हमरा सभके हर हाल मे मेटबे पड़त। दहेजक आगि मे जड़ै सँ अप्पन बहिन बेटी क' बचबे पड़त। तेँ आऊ सभ मिल शपथ ली "दहेज नहि लेब आ नहि देब।" -जितमोहन झा (जितू)
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