जानकार सभक मानी तेँ अवैध क्लिनिक से अधिकारी आ कर्मी सभके खूब मोट रकम भेटैत अछि। एहिठाम निजी क्लिनिक मे पहुंचल मरीज सभसँ बहुत पाई लेल जायत अछि। मरीज आओर हुनकर परिजन सभक शिकायत केर बावजूद जिला प्रशासन एहीतरहे अवैध रूपसँ संचालित क्लिनिक सभक खिलाफ किछु नहि करैत अछि, किएक जे सरकारी जांच के कानूनी दांव पेंच सँ निकलब एहिठामक कथाकथित चिकित्सक सभके बखूबी आबैत अछि।
अपने क' बता दी एहने एक क्लिनिक सदर अस्पताल के टीवी वार्डक ठीक सामना मे अछि, जे प्रशासनिक अधिकारी सभक आदेश आओर कार्रवाई केर धज्जि उड़ा रहल अछि। ओतहि सरकारी स्तर पर तीन- तीन बेर क्लिनिक सील होयबाक बादो दोसर दरवाजा खुइल अवैध रूपसँ सील क्लिनिक क' दोसरे दिन शुरू क' देल जायत अछि। प्रशासन क' ऐहिक जानकारी सेहो अछि।
स्थानीय लोग सभक शिकायत पर डीएम साहब कार्रवाई करैत मजिस्ट्रेट क' ऐहिक जांच लेल भेजलनि, जता छापामारी केर दौरान शिकायत सहि पाओल गेल। ओना की झोला छाप डॉक्टर फरार होयबा मे कामयाब रहला, मुदा मरीज सभसँ पूछताछ मे हुनकर खुइज गेल। गौरतलब अछि कि चिकित्सक द्वारा बहुत चालाकी सँ सील के बाद क्लिनिक के नाम बदैल देल गेल छल। मौका पर पहुंचल मजिस्ट्रेट शीलानाथ सिन्हा कहलनि कि पूरा रिपोर्ट वरीय पदाधिकारी सभके सौपल जायत।
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