मंत्रालय म' वीआईपी संस्कृति क' समाप्त करबाक लेल रेलवे बोर्ड द्वारा 1981 के एक सर्कुलर म' जारी निर्देश सभके समाप्त करबाक फैसला लेल गेल अछि, जाहिमे एहि तरहक प्रोटोकॉल छल। मंत्रालय द्वारा 28 सितंबर क' एक आदेश म' कहल गेल अछि कि रेलवे बोर्ड केर चेयरमैन वा बोर्डक आन सदस्य सभक यात्रा केर दौरान हवाईअड्डा वा रेलवे स्टेशन सभ पर अपनाओल जाय बला प्रोटोकॉल केर संबंध म' रेलवे क' जारी निर्देश आ दिशानिर्देश सभके तत्काल प्रभाव स' वापस लेल जे रहल अछि।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लोहानी कहलनि कि कुनूभि अधिकारी क' आब कखनो गुलदस्ता वा उपहार नहि देल जायत। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी सभके सिर्फ दफ्तरे म' नहि बल्कि घर पर सेहो एहि तरहक पाबंदी केर पालन करे पड़त।
सभ आला अधिकारी सभके अप्पन घर म' घरेलू कर्मचारी केर रूप म' लागल रेलवे के समस्त स्टाफ क' मुक्त करे पड़त। एक अधिकारी सभ कहलनि कि वरिष्ठ अधिकारी सभक घर पर करीब 30 हजार ट्रैकमैन काज करैत अछि। हुनका सभके सेवा पर वापस होयबाक आदेश देल गेल अछि। मंत्रालय के सूत्र सँ पता चलल कि पछिला एक माह म' करीब छह स' सात हजार लोग काज पर लौटल छथि।
रेल मंत्री पीयूष गोयल द्वारा वरिष्ठ अधिकारी सभसँ एक्जिक्यूटिव श्रेणी म' यात्रा करब छोड़ी स्लीपर आओर एसी थ्री-टीयर श्रेणी के डिब्बा म' आन यात्री सभक संग सफर करबाक लेल कहल गेल अछि। एहि वरिष्ठ अधिकारी सभमे रेलवे बोर्ड केर सदस्य, रेलवे जोन सभक महाप्रबंधक आओर सभ 50 मंडल केर रेलवे प्रबंधक शामिल अछि।
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