21 सितम्बर। एहि बरख शारदीय नवरात्रि आय 21 सितम्बर गुरु दिन सँ शुरू भेल अछि। एहि बेरक शारदीय नवरात्रि के खास बात ई अछि कि एहि बेर नवरात्रि नौ दिनक होयत। ओना त' बरख म' दू बेर आबै बला नवरात्रि हर बरख बहुत खास होयत अछि, मुदा एहि बरख आय 21 सितम्बर सँ प्रारम्भ भ' रहल नवरात्रि हस्त नक्षत्र म' शुरू भेल अछि, एहिलेल एहिबेरक नवरात्रि केर बहुत नीक संयोग मानल जे रहल अछि।
एहेन मान्यता अछि कि नवरात्रि यदि हस्त नक्षत्र म' हुवे त' ओहिक विशेष महत्व होयत अछि। एहि तरहे ई नवरात्रि विशेष शुभकारी अछि। पछिला बरख नवरात्रि दस दिनक छल। कैको बेर दू तिथि एकहि दिन होयबाक कारण नवरात्रि आठ दिनक सेहो होयत अछि। मुदा एहि बरख नवरात्रि नौ दिनक होयत आओर दसम दिन विजयदशमी मनाओल जायत। ई एक शुभ संयोग अछि।
अखंड दीप जरेबाक विशेष महत्व :-
दुर्गा सप्तशती केर मुताविक नवरात्रि म' अखंड दीप जरेबाक विशेष महत्व अछि। मान्यता अछि कि जाहि घर म' अखंड दीप जराओल जायत अछि ओहि घर पर मैया रानी केर विशेष कृपा बनल रहैत अछि। मुदा अखंड दीप जरेबाक किछु नियम अछि, अखंड दीप जरेनिहार क' दसो दिन जमीन पर ओछेना बिछा सुतब अनिवार्य मानल जायत अछि। दसो दिन म' कखनो दीप मिझेबाक नहि चाही आओर एहि दौरान घरक साफ सफाई के सेहो खास ध्यान राखे पड़ैत अछि।
नवरात्रि बरख म' दू बेर मनाओल जायत अछि। पहिल नवरात्रि चैत्र मास म' मनाओल जायत अछि, जाहिके चैती नवरात्रि कहल जायत अछि आओर दोसर नवरात्रि आश्विन मास म' मनाओल जायत अछि जाहिके शारदीय नवरात्रि कहल जायत अछि।
नवरात्रि म' नौ दिन घरी मैया दुर्गा केर नौ अलग-अलग स्वरूक पूजा कायल जायत अछि। हम अपने क' बता दैत छी कि एहि बरख शारदीय नवरात्रि म' कुन दिन मैयाक कुन रूपक पूजा होयत।
- नवरात्रि के पहिल दिन आय 21 सितम्बर क' मैया के पहिल स्वरू माता शैलपुत्री केर पूजा होयत।
- 22 सितम्बर क' नवरात्रि के दोसर दिन माता ब्रह्मचारिणी केर पूजा होयत।
- 23 सितम्बर क' नवरात्रि के तेसर दिन माता चन्द्रघंटा केर पूजा होयत।
- नवरात्रि के चारिम दिन 24 सितम्बर क' माता कुष्मांडाँ केर पूजा होयत।
- 25 सितम्बर क' नवरात्रि के पांचम दिन माता स्कंदमाता केर पूजा होयत।
- 26 सितम्बर क' नवरात्रि के छठम दिन माता कात्यायनी केर पूजा होयत।
- सपत्मी माने नवरात्रि के सातम दिन 27 सितम्बर क' माता कालरात्रि केर पूजा होयत।
- अष्ठमी अर्थात नवरात्रि के आठम दिन 28 सितम्बर क' माता महागौरी केर पूजा होयत।
- नवमी माने नवरात्रि के नवम दिन 29 सितम्बर क' माता सिद्धिदात्रि केर पूजा होयत।
- नवरात्रि के पहिल दिन आय 21 सितम्बर क' मैया के पहिल स्वरू माता शैलपुत्री केर पूजा होयत।
- 22 सितम्बर क' नवरात्रि के दोसर दिन माता ब्रह्मचारिणी केर पूजा होयत।
- 23 सितम्बर क' नवरात्रि के तेसर दिन माता चन्द्रघंटा केर पूजा होयत।
- नवरात्रि के चारिम दिन 24 सितम्बर क' माता कुष्मांडाँ केर पूजा होयत।
- 25 सितम्बर क' नवरात्रि के पांचम दिन माता स्कंदमाता केर पूजा होयत।
- 26 सितम्बर क' नवरात्रि के छठम दिन माता कात्यायनी केर पूजा होयत।
- सपत्मी माने नवरात्रि के सातम दिन 27 सितम्बर क' माता कालरात्रि केर पूजा होयत।
- अष्ठमी अर्थात नवरात्रि के आठम दिन 28 सितम्बर क' माता महागौरी केर पूजा होयत।
- नवमी माने नवरात्रि के नवम दिन 29 सितम्बर क' माता सिद्धिदात्रि केर पूजा होयत।
0 टिप्पणियाँ
मिथिला दैनिक (पहिने मैथिल आर मिथिला) टीमकेँ अपन रचनात्मक सुझाव आ टीका-टिप्पणीसँ अवगत कराऊ, पाठक लोकनि एहि जालवृत्तकेँ मैथिलीक सभसँ लोकप्रिय आ सर्वग्राह्य जालवृत्तक स्थान पर बैसेने अछि। अहाँ अपन सुझाव संगहि एहि जालवृत्त पर प्रकाशित करबाक लेल अपन रचना ई-पत्र द्वारा mithiladainik@gmail.com पर सेहो पठा सकैत छी।