'दहेज भगाउ - बेटी बचाउ' नारा संग धावक आर के दीपक केर नेतृत्व म' मिनी मैराथन 8 क'

मधुबनी। 06 जुलाई। धावक आर के दीपक केर नेतृत्व म' आगामी 8 जुलाई क' उच्चैठ दुर्गास्थान सँ मधुबनी समाहरणालय धरी 'दहेज भगाउ - बेटी बचाउ' नारा संग दहेज़ मुक्त मिथिला संस्था द्वारा मिनी मैराथन के आयोजन होमे जे रहल अछि। 
संस्था के महासचिव श्री धर्मेन्द्र कुमार झा कहलनि कि दहेज प्रथा के सभसँ  खराब असर मिथिलाक आम जनसमुदाय, गरीब आओर असहाय सभ पर पड़ैत अछि, समाजक सामर्थ्यवान लोग सभ द्वारा अपन सुविधाक लेल  मनमाना ढंग सँ एहि कूप्रथा क' बढ़ावा दैत प्रतीत होएत अछि। एहि सभ के देखैत दहेज मुक्त मिथिला संस्था द्वारा आम जनमानस क' एहि कूप्रथा केँ विरुद्ध निरन्तर सामूहिक जनजागरण कार्यक्रम केर आयोजन कएल जे रहल अछि। एहि सिलसिला म' मैराथन धावक आर के दीपक के द्वारा पाछुइला 17 जून क' दरभंगा के जे के कालेज बिरौल सँ ल.ना.मि. विश्वविद्यालय परिसर तक करीब 60 किलोमीटर के दौड़ लगा विभिन्न स्थान, चौक-चौराहा सभ पर नुक्कर सभा केँ आयोजन करैत 'दहेज भगाउ - बेटी बचाउ' नारा क' जन-जन तक पहुँचाओल गेल छल। एहि आयोजन स' आमजन म' दहेज कूप्रथा केँ विरुद्ध संघर्ष करबाक लेल 'दहेज मुक्त मिथिला' अभियान एक मजबूत सहारा केँ तरह उभरी क' आगू आएल अछि। दरभंगा के मीडिया सभ सेहो एहि आयोजनक वृहत स्तर पर कवरेज प्रदान करि लोग सभ म' एहि कूप्रथा केँ विरुद्ध लड़बाक भरपूर ताकत प्रदान केना छल। संगहि प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सार्वजनिक सभा सभमे दहेज मुक्त समाज निर्माणक लेल संकल्प क' दोहराओल गेल छल, जे बहुत सकारात्मक आओर महत्वपूर्ण सन्देश लोग सभ म' दहेज प्रथा केँ विरुद्ध लड़बाक शक्ति प्रदान केना अछि। 

मिथिला केँ हृदयस्थली कहल जाए बला मधुबनी के प्रसिद्ध पर्यटकीय स्थल उच्चैठ दुर्गास्थान सँ मधुबनी शहर के परिक्रमा करैत समाहरणालय धरी 8 जुलाई, 2017 शनि दिन मिनी मैराथन दौड़ के आयोजन सेहो एहि  मुख्य उद्देश्य सँ धावक आर के दीपक केर नेतृत्व म' पूरा करबाक निर्णय दहेज मुक्त मिथिला द्वारा लेल गेल अछि। ई दौड़ भोर 5 बजे आरम्भ होयत  आओर 11 बजे धरी मधुबनी समाहरणालय लग पहुँच जिला के उच्चाधिकारि एवम वरिष्ठ समाजसेवि - साहित्यकार सभक सान्निध्य म' ऐहिक समापन काएल जायत। उच्चैठ सँ मधुबनी धरिक कुल दूरी लगभग 30 किलोमीटर म' पड़ै बला विभिन्न चौक-चौराहा आओर सघन वस्ति सभ सँ होयत ई दौड़ गुजरत जाहिमे दहेज मुक्त मिथिला निर्माणार्थ आमजन सँ अपील कायल जायत। संगहि गाम - गाम म' दहेज केँ खिलाफ अनुगमन करबाक लेल निगरानी समिति के गठन कायल जायत। दहेज मुक्त विवाह करनिहार क' संस्था द्वारा सम्मानित सेहो कायल जायत। धावक संग दर्जनो लोग दौड़ता आओर जगह-जगह आयोजित होमै बला नुक्कर सभा म' लोग सभसँ दहेज केँ विरुद्ध एकजुट भ' एहि कूप्रथा केँ अन्त करबाक लेल अपन मांग रखता।

अपन मैथिल समाज म' भलही लोग सभमे जाति - धर्म के नाम पर टूट देखार पड़ैत अछि, मुदा विपत्ति म' एकजूट बह' अपन आओर अपन मिथिला के कुनूभि जाति-धर्मक लोग के हक-हित केर रक्षा करबाक लेल  मशहूर अछि। वक्त आएब गेल अछि कि हम सभ दहेज कूप्रथा के बुराई क' जानबाक बाद एकजूट भ' ऐहिके मिथिला सँ दूर करि जेना सभ मैथिल एकजूट बह' तीन-संझा बाराती स्वागत-सत्कार आओर भोजभात क' एक-संझा बना लड़कीबला सभक माथक बोझ क' हल्का कएलहुँ। एहि तरहे   एकजूटता सँ मांगरूपी दहेज के प्रतिकारक लेल गाम - गाम संकल्प ल' लेत तेँ दहेज लोभि सभक अन्त सुनिश्चित अछि। 

अपने क' बता दी कि दहेज मुक्त मिथिला भारत आओर नेपाल के मिथिलावासी (मैथिल) समुदाय सभक बीच 2011 ई. सँ निरन्तर दहेज विरोधी आन्दोलन चला रहल अछि। एहि संस्था म' लोग स्वेच्छा सँ जुड़ैत  अपन स्वयंसेवा केर भावना स' मिथिला समाज स' दहेज प्रथा के अन्त करबाक लेल जनजागरण करैत छथि। संस्था के महासचिव श्री धर्मेन्द्र कुमार झा कहलनि कि हमरा सभक संस्था केँ दोसर मुख्य उद्देश्य इयो अछि कि ऐतिहासिक-पुरातात्विक महत्व के धरोहर सभक हमसभ संरक्षण करि आओर मिथिला जेहेन प्राचीन सभ्यता क' भूगोलविहीनता के अवस्था म' स्वयंसेवा सँ जीबित राखी। 

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