आय बिहार मना रहल अछि अपन 105म स्थापना दिवस

मधुबनी। 22 मार्च।[मिहिर कुमार झा] बिहारक खुलिकें तारीफ सुनब 'आत्मा' के सुकून दैत अछि। आओर एहिलेल कहलो गेल अछि कि 'एक बिहारी सौ पर भारी, सौ बिहारी एक हज़ार पर भारी, हज़ार बिहारी एक जिला पर भारी, एक ज़िलाक बिहारी राज्य पर भारी आओर एक राज्य केर बिहारी पूरा देश पर भारी' ओ छी हमसभ हंसैत खेलैत बिहारी। 

भारत देश मे बिहार राज्य केर प्रमुख स्थान अछि आओर एहिठामक प्राचीन व समृद्ध संस्कृति देश के बहुत किछ देलनि अछि। चाहे राजनीती केर बात करि, कूटनीति वा शिक्षाक बात करि। एहिठाम आर्यभट्ट, चाणक्य आओर सम्राट अशोक जेहेन कैको धुरंधर जन्म लेलनि, जेसब समय केर धारा तक बदलबा मे सफलता हासिल कएलनि।  

इतिहास सँ हटिके यदि हम सभ पछिला किछु दशक पहिने के बात करि तेँ बिहारक सिर्फ आओर सिर्फ आलोचना भेल अछि। हमरा लोकनि के आलोचना करबा सँ पहिने ओहिक सचाई बुझब बहुत जरूरी अछि। समस्त बिहार वासी क' 'मिथिला दैनिक' परिवार दिस सँ बिहार दिवस केर सुअवसर पर हृदय सँ हार्दिक बधाई आओर बहुत रास शुभकामना। जय बिहार  - जय बिहारी।

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