सोशल मीडिया पर उड़ल अफवाह केँ बाद 8 टक्का म' बिकैत अछि 10 केँ सिक्का

भागलपुर। 05 नवम्बर। दस टकिया सिक्का लेल अफवाह पसरलाक बाद दस टकिया सिक्का केँ खूब कालाबाजारि भ' रहल अछि। शहर के कैको इलाका म' धड़ल्ले सँ दस टकिया सिक्का आठ टक्का म' किन प्रति सिक्का दुइ टक्का मुनाफा कमाओल जे रहल अछि। किछ चतुर दुकानदार सेहो एहि खेल म' शामिल छैथ। ओनातेँ भागलपुर के पुलिस कप्तान कहलनि कि एहितरहक  कृत्य देशद्रोह केर श्रेणी म' आबैत अछि। शिकायत भेटला पर कठोर कार्रवाई कायल जायत।

पिछ्ला किछ दिन सँ बाजार म' दस टकिया सिक्का केँ लेनदेन पर अघोषित प्रतिबंध जोका लागल अछि। सभ सिक्का असली अछि। एहि सँ संबंधित बैंक अधिकारि सभक बयान आर आरबीआइ केर गाइडलाइन सेहो लोग सभ पर असर नहि डैल पाइब रहल अछि। नहि तेँ ग्राहक से दोकानदार आसानी सँ दस केर सिक्का लैत अछि नहिये दोकानदार से ग्राहक।

ऐना में कैको जगह पर चतुर दुकानदार सभ कम दाम पर दस केँ सिक्का ल' रहल छैथ।

असल म' दोकानदार सभ ई बुइझ गेल छैथ कि मार्केट म' मौजूद दस के सभ सिक्का असली अछि पर ओ सगरे पसरल अफवाह केर नाजायज फायदा उठा रहल छैथ। ओना एखन धरी आधिकारिक तौर पर कुनु भी  व्यक्ति बैंक या पुलिस लग सिक्का नहि लेबाक शिकायत दर्ज नहि करोना छैथ। आश्चर्य इ कि आम लोग जिनका लग किछ सिक्का छैन्ह ओहो एहि के कम दाम म' बेच क' खुश भ' रहल छैथ।

स्थिति एहेन कि रिजर्व बैंक क' एडवायजरी जारी करे पड़ल कि सभ सिक्का असली अछि। एकर बाद सोशल साइट पर आरबीआइ के  गाइडलाइन केर संग दस टकिया सिक्का के तस्वीर वायरल करेबाक  कोशिश कायल जे रहल अछि। सभ लोकनि सँ आग्रह अछि जे कुनु तरहक अफवाह केर शिकार बैने सँ बची। किएक जे दस टकिया सभ सिक्का असली अछि। 

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