पटना। 01 अक्टूबर। आय सँ पूरा देश म' शारदीय नवरात्री केर शुरूआत भ' चुकल अछि। माँ दुर्गा केर अराधना म' लीन भ' क' लोग भक्ति भाव केर संग पूजा अर्चना करबा म' जुटल छैथ।
नवरात्री म' भक्तिक ओना तेँ बहुत रास रूप देखबाक लेल भेटैत अछि, मुदा राजधानी पटना म' एक भक्त अप्पन अनौखा उपासना ल'क' चर्चा म' छैथ। शहर केँ सचिवालय स्थित नौलखा मंदिर म' एक 68 वर्षीय भक्त श्री श्री 108 नागेश्वर बाबा अप्पन छाती पर 21 कलश क' स्थापित केना छैथ।
पिछला 20 बरख सँ मैया केर अराधना करै बला नागेश्वर बाबा दरभंगा केर रहिवासी छैथ। ओ पिछला कैको बरख सँ लगातार अन्न-जल त्याग करि छाती पर कलश स्थापित करैत छलाह। मंदिर केँ पुजारी होयबाक कारण नागेश्वर बाबा हर बरख अप्पन छाती पर स्थापित कलश केर संख्या बढ़बैत छैथ।
छाती पर 21 कलश रखबाक संगे - संग ओ ओहि कलश म'गंगाजल सेहो भरैत छैथ। लगभग 100 किलो केर भार छाती पर राखी नागेश्वर बाबा 216 घंटा केर कठिन उपासना करैत छैथ। नागेश्वर बाबा केर मुताबिक हुनका इ कठिन साधना करबाक शक्ति माँ केर अराधना सँ प्राप्त भेलनि अछि।
नागेश्वर बाबा कहला कि पूरा विश्व केर कल्याण होय एहिलेल हम अनवरत मैया केर अराधना क' रहल छी।
नवरात्री म' भक्तिक ओना तेँ बहुत रास रूप देखबाक लेल भेटैत अछि, मुदा राजधानी पटना म' एक भक्त अप्पन अनौखा उपासना ल'क' चर्चा म' छैथ। शहर केँ सचिवालय स्थित नौलखा मंदिर म' एक 68 वर्षीय भक्त श्री श्री 108 नागेश्वर बाबा अप्पन छाती पर 21 कलश क' स्थापित केना छैथ।
पिछला 20 बरख सँ मैया केर अराधना करै बला नागेश्वर बाबा दरभंगा केर रहिवासी छैथ। ओ पिछला कैको बरख सँ लगातार अन्न-जल त्याग करि छाती पर कलश स्थापित करैत छलाह। मंदिर केँ पुजारी होयबाक कारण नागेश्वर बाबा हर बरख अप्पन छाती पर स्थापित कलश केर संख्या बढ़बैत छैथ।
छाती पर 21 कलश रखबाक संगे - संग ओ ओहि कलश म'गंगाजल सेहो भरैत छैथ। लगभग 100 किलो केर भार छाती पर राखी नागेश्वर बाबा 216 घंटा केर कठिन उपासना करैत छैथ। नागेश्वर बाबा केर मुताबिक हुनका इ कठिन साधना करबाक शक्ति माँ केर अराधना सँ प्राप्त भेलनि अछि।
नागेश्वर बाबा कहला कि पूरा विश्व केर कल्याण होय एहिलेल हम अनवरत मैया केर अराधना क' रहल छी।
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