बेगूसराय। 16 अगस्त। कैल्ह पूरा देश आजादी केँ 70वां वर्षगांठ मनोलनि। पूरा देश ओय स्वतंत्रता सेनानि सभ केँ याद केलैन्ह, जे सभ देशक आजादीक लेल अप्पन प्राणक आहूति द देलाह। आय हम अपने केँ बेगूसराय जिलाक "परना" गाम ल चलैत छी, जाहि गाम मेँ शहीद-ए-आजम भगत सिंह, रानी लक्ष्मीबाई, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस केँ मंदिर अछि।
एहि गाम केँ भोर रघुपति राघव राजाराम सँ शुरू होयत अछि आर साँझ सेहो रघुपति राघव राजाराम केँ धुनक संग। एहि गाम मेँ कैको बरख सँ चलैत आइब रहल परंपरा केँ मुताबिक देवी-देवता जोका मंदिर म' शहीद-ए-आजम भगत सिंह, लक्ष्मी बाई, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस व अन्य स्वतंत्रता सेनानि सभक पूरा बरख पूजा-अर्चना होयत अछि।
बेगूसराय केँ इ परणा गाम सदर प्रखंड मेँ अछि। ई गाम जिला केँ सब सँ निर्धन गाम म' सँ एक अछि। एहिठामक सड़क टूटल - फुटल अछि। एहि गामक लोग मेहनत-मजदूरी करि अप्पन जीवन यापन करैत छैथ। एहि सभक बावजूद एहि गाम मेँ देशभक्ति केर धारा बहैत अछि। स्वतंत्रता सेनानि सभक अलग - अलग मंदिर बनल अछि जाहि मेँ हुनका सभक पूजा-अर्चना होयत अछि।
इस बारे मेँ पुछला पर ग्रामीण विंदेश्वरी महतो कहला कि आय स्वतंत्रता केँ जाहि खुलल हवा म' हम सांस ल' रहल छी, ओ एहि सभ महान स्वतंत्रता सेनानि सभक बदौलत संभव भ' पायल।
गामक पुजारी अरूण कुमार मिश्र कहला कि गामक मंदिर सभ मेँ स्थापित महापुरुष सभक आदमकद प्रतिमा एहि गाम केँ लोग सभ लेल आन-बान आर शान अछि। एहि मंदिर सभक निर्माण गामक लोग श्रम दान करि व अप्पन कमाय के पाई लगा केँ केना अछि।
एहि गाम केँ भोर रघुपति राघव राजाराम सँ शुरू होयत अछि आर साँझ सेहो रघुपति राघव राजाराम केँ धुनक संग। एहि गाम मेँ कैको बरख सँ चलैत आइब रहल परंपरा केँ मुताबिक देवी-देवता जोका मंदिर म' शहीद-ए-आजम भगत सिंह, लक्ष्मी बाई, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस व अन्य स्वतंत्रता सेनानि सभक पूरा बरख पूजा-अर्चना होयत अछि।
बेगूसराय केँ इ परणा गाम सदर प्रखंड मेँ अछि। ई गाम जिला केँ सब सँ निर्धन गाम म' सँ एक अछि। एहिठामक सड़क टूटल - फुटल अछि। एहि गामक लोग मेहनत-मजदूरी करि अप्पन जीवन यापन करैत छैथ। एहि सभक बावजूद एहि गाम मेँ देशभक्ति केर धारा बहैत अछि। स्वतंत्रता सेनानि सभक अलग - अलग मंदिर बनल अछि जाहि मेँ हुनका सभक पूजा-अर्चना होयत अछि।
इस बारे मेँ पुछला पर ग्रामीण विंदेश्वरी महतो कहला कि आय स्वतंत्रता केँ जाहि खुलल हवा म' हम सांस ल' रहल छी, ओ एहि सभ महान स्वतंत्रता सेनानि सभक बदौलत संभव भ' पायल।
गामक पुजारी अरूण कुमार मिश्र कहला कि गामक मंदिर सभ मेँ स्थापित महापुरुष सभक आदमकद प्रतिमा एहि गाम केँ लोग सभ लेल आन-बान आर शान अछि। एहि मंदिर सभक निर्माण गामक लोग श्रम दान करि व अप्पन कमाय के पाई लगा केँ केना अछि।
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