योग दिवस पर जरूरी नै होयत सूर्य नमस्कार आर ॐ शब्दक उच्चारण

दिल्ली। 10 जून। केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक जी कहला कि आयुष मंत्रालय केंद्र सरकार सँ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सार्वजनिक छुट्टी घोषित करबाक आग्रह क' सकैत अछि, यदि एहि लेल कुनु आग्रह आयल। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून क' मनाओल जायत। द्वितीय अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह सँ पहिने नाइक जी कहला कि अगर एहेन कुनु मांग होयत ते हुनकर मंत्रालय एहि पर विचार करत आर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी सँ व्यापक जनहित म' एहि के बढ़ावा देबाक लेल आग्रह करत।

समग्र स्वास्थ्य के लेल योग
सामयिक शोध विषय पर नेशनल हेल्थ एडिटर्स कांफ्रेंस के दौरान नाइक जी कहला कि योग केर समय भोरका पहर होयत अछि। इ करीब 8 बजे तक चलत। छुट्टी के कुनु दरकार नै अछि लेकिन अगर मांग आओत ते हम एहि बारे म' सरकार सँ आग्रह करब। एहि बरख अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून मंगल दिन क' पड़ल अछि जखन की पिछला बरख इ रवि दिन छल। नाइक जी समारोह केर दौरान ॐ शब्दक उच्चारण के लेल विवाद क' खारिज करैत कहला जे एकरा अनिवार्य नै बनायल गेल अछि।

केंद्रीय आयुष मंत्री जी कहला
जहिया कुनु निक काज होइत अछि तेँ सदिखन किछ विरोध होइते रहैत छैक। एहि बरख कुनु विरोध नै होयत। किएक जे एकरा अनिवार्य नै बनायल गेल छैक। ॐ शब्द केर बिना योग पूरा नै भ सकैत अछि। केंद्रीय आयुष मंत्री जी कहला एहि तरहक विरोध रहनिहार सभ के निक जोका बुझाओल गेल अछि आर ओ सब एकरा समझला।

मंत्रालय द्वारा पहिने कहल जेल छल कि ॐ शब्दक उच्चारण अनिवार्य नै अछि। सूर्य नमस्कार के बारे म' उठल विवाद के बारे म' पुछला पर मंत्रालय द्वारा कहल गेल जे सूर्य नमस्कार आसन पिछला बरख सेहो नै छल आर अहियो बेर नै रहत। इ जटिल छैक। जिनका लेल इ नव छैक हुनका लेल एकरा  45 मिनट म' करब कठिन छैक। एहि लेल एकरा नै राखल गेल अछि।

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