एकता में ही बल है,तभी मिथिला राज्य सफल है।

नमस्कार,
            मित्रो आज मैं आपसे कुछ कहना चाहता हूँ और इन बातो को सुनके और देख के दुःख भी होता है की लोग अपनी भलाई और अपनी सफलता के लिए क्या नही कर सकते।मित्रो आप सभी से एक जरूर कह दू की मेरी बाते किसी को कष्ट या दुखी करने के लिए नही है अगर किसी को मेरी बातो से कोई कष्ट या दुःख हुआ हो तो माफ़ी चाहूँगा,क्योंकि ये मेरे मन में दबी बाते है जो मैं आप सब के समक्ष प्रस्तुत कर रहा हूँ।
          मित्रो आप सभी को पता होगा की आज कल की दौर में एक बहुत ही बड़ी राजनीती मुद्दा जो राज्य के बटवारे को लेकर चलता आ रहा है,ये मुद्दा आज से ही नही आजादी के समय से चली आ रही है राज्यो के बार बार टुकरे करना।इन्ही राज्यो की मांग में शामिल "मिथिला राज्य" की मांग।
         मित्रो मैं इस के खिलाफ जरूर हूँ लेकिन अगर मिथिला के लोग इसको करना ही चाहते है तो एक होकर करे क्योंकि मैं भी बड़े बुजुर्गो से सुनता आ रहा हूँ की मिथिला राज्य,मिथिला राज्य।
         मित्रो मिथिला राज्य की मांग को आज हज़ारो-लाखो की संख्या में लोग कार्य कर रहे है मैं इन सभी के जोश और जुनून को नमन करता हूँ,लेकिन इन अथक प्रयासों में एक बहुत बड़ी कमी ये है की ये सभी एक होकर किसी भी कार्य को नही करते क्योंकि आज के समय में हज़ारो की संख्या में मिथिला राज्य की मांग को लेकर संस्थाए चलाई जा रही है।
        मित्रो मैं इन सभी कार्यकर्ताओ से कहना चाहता हूँ की  अगर आप मिथिला राज्य की मांग कर रहे हो तो क्यों न सभी संस्थाए एक होकर कोई कार्य या आंदोलन करे जिससे इस मुद्दे को और ताकत और जोश मिलेगा।
        मुझे पता है की ये कभी नही होगा क्योंकि इन सभी संस्थाओ में एकता नही है,इन संस्थाओ में से 90% संस्थाए अपनी जेब भरने के लिए चलाई जा रही है या राजनीती का एक हिस्सा बन्ने के लिए चलाई जा रही है।
       मित्रो इन संस्थाओ को एक होने से ही नही इन संस्थाओ में सदस्यो को एक होने की भी जरुरत है क्योंकि आज इन संस्थाओ में ऐसे बहुत से संस्थाए है जिनमे अन्त्रभेद है,जहाँ सदस्य एक दूसरे से ही लर जाते है या एक दूसरे पे विश्वाश नही है।
       मित्रो इन सभी कही बातो में मैं एक बात कहूँगा की अगर आप को मिथिला राज्य चाहिए तो आपको एक होना ही पड़ेगा जैसे बाकि राज्य एक होकर एक साथ आंदोलन करते है और किया भी था एक राज्य ने जो हाल ही अलग हुआ है और अलग राज्य की मान्यता प्राप्त की।
       मित्रो जाते जाते एक बात और कहना चाहता हूँ की मैंने व्हाट्सएप्प ग्रुप पे ऐसे बहुत से पोस्ट देखे है जिनमे मिथिला राज्य की मांग की और मैंने इन सभी से अपनी मन की शंका को दूर करने के लिए कुछ सवाल पूछे और मैंने उन्हें एक आप्शन दिया की आप मुझे व्यतिगत भी जवाब दे सकते है लेकिन इनमे से किसी ने सही उत्तर तो नही दिया लेकिन जिन्होंने दिया कुछे व्यक्तियो के जवाब अच्छे लगे और कुछ ने तो बात ही बदल दी और मेरे पे ही घुस्सा होकर गाली गलौच करने लगे,मित्रो मुझे इन सबको दुखी करने की मनसा बिलकुल नही थी लेकिन मैं इनको देखना चाहता था की ये इस मांग को एकर कितने सक्रीय और कितने जिम्मेदार है,लेकिन इनकी बातो से पता चला की ये बस अपने लिए इस मांग को लेकर आगे है और बाकि कुछ नही।
           आप सभी का बहुत बहुत आभार एवं अगर किसी को मेरी बातो से ठेस पहुची हो तो मैं आपसे फिरसे माफ़ी मांगता हूँ।
धन्यवाद।

मनीष कुमार झा

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