काल-दिशा


समयक मूल्य हम बहुत चुकेलहूँ
तैयो समय नै भेटल हमरा,

एखनो समय सँ लैर रहल छि ... 
अपनों सँ अल्गेलक हमरा!
दियादी फैंटी में बैंटि रहल छि ....,
ततेक मोन भट्केल्क हमरा,
समयक मूल्य हम बहुत चुकेलहूँ
तैयो समय नै भेटल हमरा,

मोन मसोरने हांफी रहल छि ... .
भैर जिनगी दौरेलक हमरा,
की पेलहूँ हम की छुटल अछि ....,
सब्किछ ई बिसरेलक हमरा!
समयक मूल्य हम बहुत चुकेलहूँ
तैयो समय नै भेटल हमरा,

भेलहुँ ज्ञानी समय अनुरूपे ...... 
तेहन पाठ पढेलक हमरा,
भैर दुनियां के ज्ञान बंटई छि ... ..,
अपना सँ पिटबेलक हमरा!
समयक मूल्य हम बहुत चुकेलहूँ
तैयो समय नै भेटल हमरा,

अंत काल समय फेर भेटल ...... 
काया साथ नै देलक हमरा,
जै काया लेल समय गवेलहूँ ... ..,
समय साथ छोरबेलक हमरा!
समयक मूल्य हम बहुत चुकेलहूँ
तैयो समय नै भेटल हमरा,

(नविन ठाकुर)

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ