स्व. मायानन्द मिश्र तथा जीवकान्तक स्मृतकेँ समरपित
81म सगर राति दीप जरए केर आयोजन दिनांक 22 मार्च 2014केँ श्री ओम प्रकाश झाक
संयोजकत्वमे संध्या 6 बजेसँ देवघरक बम्पास टॉनक बिजली कोठी-3 मे आयोजित भेल। ओयोजनक
उद्घाटन दीप प्रज्वलित करि कऽ श्री ओ.पी. मिश्राजी केलनि। मिथिलाक
गाम-गामसँ आ भारतक शहर-शहरसँ आएल कथाकार, साहित्यकार, समालोचक तथा साहित्य
प्रेमीक कसगर जुटान छल। साँझक पाँचे बजेसँ जुटान हुअ लगल। मिडियाकर्मीक थहाथही
शुरू भऽ गेल।
शुभारम्भ मंगला चरणसँ श्री एस.के. मिश्राजी केलनि।
झारूदारजी अपन सृजित अनुपम गीत “हम नै छी अहाँ योग यौ पाहुन/ अहाँ छी बड़ा महान/
स्वागत स्वीकार करू श्रीमान्/ अहाँ छी गंगा अहाँ छी यमुना/ पग धुलसँ पावण भेल
अँगना...।” गाबि उपस्थित साहित्यप्रेमी आ साहित्यकारकेँ
स्वागत केलनि।
पोथीक लोकार्पण शुरू भेल। गजेन्द्र ठाकुरक संग सम्पादनमे
सम्पादित मिथिलाक पंजी प्रबन्ध “जीनाेम मैपिंग भाग- 2” आ
“जिनीयोलोजिकल मैपिंग” 950 एडीसँ
2009 एडी धरिक पंजीक लोकार्पण श्री ओम प्रकाश झा, डॉ. योगानन्द झा आ श्री राजीव
रंजन मिश्रा जीक हाथे भेल। शिवकुमार झा ‘टिल्लू’जी रचित समालोचनाक पोथी “अंशु” केर लोकार्पण श्री जगदीश प्रसाद मण्डल, श्री
राजदेव मण्डल आ श्री बेचन ठाकुरजी केलनि। अंग्रेजी-मैथिली शब्द कोष भाग-2, “मैथिली-अंग्रेजी कम्प्यूटर शब्दकोष” तथा बेचन
ठाकुरक “ऊँच-नीच” नाटकक लोकार्पण सेहो
भेल।
दू शब्दक कड़ीमे प्रवेश केलौं। ओ.पी.मिश्रा, दिलीप
दास, ओम प्रकाश झा, दैनिक समाचार पत्र प्रभात खबर केर सम्पादक श्री सशील भारती
मैथिलीक दशा दिसापर अपन विचार प्रकट केलनि। ओ कहलनि-
“अही तरहक आयोजन मैथिलीक सम्पूर्ण विकासक
मार्ग सहज बनौत।”
आयोजककेँ धन्यवाद ज्ञापन करैत एक-सँ-एक साहित्यकार
अपन मनक खुलता बात मैथिली विकास लेल स्वतंत्रा पूर्वक मंचपर रखलनि। मुख्य अतिथि
ओ.पी. मिश्राजी सेहो एकटा सुन्दर गीत गाबि स्वागतक भाव प्रकट केलनि। राजीव
रंजनजी स्वलिखित गजल गाबि अपन भाव प्रकट केलनि। सगर राति दीप जरए (सभ अज्ञानीमे ज्ञानक दीप
जरौ) कथायात्राक मादे श्री जगदीश प्रसाद मण्डलक विचार बकतनक संग लिखतनमे सेहो
विस्तारपूर्वक आएल। दू पिट्ठा कागत हाथे-हाथ बाँटल गेल। जे ऐ लिंकपर उपलब्ध
अछि-
https://www.blogger.com/blogger.g?blogID=1239795106031162644#allposts
34 गोट लघुकथा/विहनि कथाक पाठ भेल। सात पालीमे बाँटि
सभ कथाक पाठ करौल गेल। अंतिम पाली छोड़ि छबो पालीमे पठित कथापर तीन गोट
समीक्षकक समीक्षा अबैत रहल आ समीक्षाक समीक्षा सेहो होइत रहल। समीक्षाक समीक्षा
केनिहार सभ छला राजदेव मण्डल, नन्द िवलास राय, भाष्कर झा, उमेश मण्डल, चन्दन
झा, डॉ. धनाकर ठाकुर, बिपीन कुमार कर्ण इत्यादि। प्रतिसमीक्षाक क्रममे एक गोट
विचारणीय टिप्पणी आएल। ओ छल, युवा समीक्षकक। अपन विचार व्यक्त करैत कहलखिन- “समसामयिक
कथाक गहराइकेँ आधुनिक पाठक स्वागत नै करए चाहैए। से ई कथाक दोष भेल। फलस्वरूप
पाठकक अभाव अछि।” संचालक गजेन्द्र“
ठाकुरजी ऐ विचारपर असहमति जँतौलनि। कहलखिन- ई तँ भाषाक
विशेषता छिऐ जे कथानककेँ गहराइ प्रदान करै छै। जेकर अभाव मैथिली साहित्यकेँ
पाठक विहिन केने रहल।” ऐ तथ्यकेँ सत्यापित करैत ठाकुरजी
आइसलैण्डक भाषाक जिकिर केलनि।
दू सत्रक पछाति भोजनावकाश भेल। मिथिलाक खान-पानक
आधुनिक रूप अकतियार केने छला आयोजक। करीब 125 गोटे एक पाँतिमे बैस भोजन केलनि।
ऐ तरहक समायोजनसँ हुनका मुँहक रोहानी फुलाएल गुलाबक फूल सन देखबामे आएल। बारीक सभ
फुदैक-फुदैक अपन-अपन जिम्माकेँ जीतैत खेलाड़ी जकाँ निर्वहन करैत देखल गेला। भोजनक
घंटा भरि पछाति पुन: अगिला सत्रक यात्रा शुरू भेल। पठित कथापर समीक्षा हेतु विशेष
सुिवधा प्रदान कएल गेल छल। ओइ ई जे जँ समीक्षक पठित कथाकेँ कोनो कारणे धियानसँ
नै सुनि पबथि तँ हुनका लेल कथाक पाण्डुलिपि उपलब्ध करौल जाइ छल। संचालकक कहब
रहनि जे मैथिली साहित्यमे समीक्षाक स्थिति उमदा नै अछि। ऐपर श्री अरविन्द
ठाकुर असहमति व्यक्त केलनि। ओ कहलनि- “सगर राितक अलिखित निअम रहल अछि जे
समीक्षापर समीक्षासँ गोष्ठीमे विवाद बढ़ि सकैए तँए एहेन कार्यसँ बँचक चाही।”
सम्पूर्ण कार्यक्रमक लाइव प्रसारण कएल गेल। सगर रातिक
इतिहासक पन्नामे ई एक गोट अनुपम कार्य सिद्ध हएत। सम्पूर्ण कार्यक्रमक विडिओ
यू-ट्यूबपर उपलब्ध करौल जाएत तेकरो बेवस्था आयोजक केने छला। मैथिली साहित्यकेँ
पूर्णत: इलेक्ट्रॉनिक स्पोर्ट भेटौ ऐ हेतु आयोजक प्रतिवद्ध छला।
अगिला गोष्ठी हेतु दू गोट प्रस्ताव आएल। बहुसंख्यक
साहित्यकारक विचारकेँ आगू बढ़बैत अध्यक्ष श्री जगदीश प्रसाद मण्डल भावी
संयोजककेँ दीप आ उपस्थिति पुस्तिका हश्तगत करौलनि। 31 मई 2014केँ मधुबनी जिलाक
मेंहथ गाममे 82म कथा गोष्ठी हेतु भावी संयोजक श्री गजेन्द्र ठाकुर समगर्दा हकार दऽ
सभकेँ आमंत्रित करैत कहलखिन- बालकथापर केन्द्रित अगिला गोष्ठी आयोजित हएत।”
अंतमे संयोजक श्री ओम प्रकाश झा आयोजक धन्यवाद ज्ञापन
करैत कहलनि-
“81m Sagar Raati Deep Jaray katha Gosthi 22 March 2014 saanjh
sa shuru bha ka 23 March 2014 ke bhor me safalta poorvak Deoghar me sampann bha
gel. Ehi beruka katha gosthi ke swargiy Mayanand babu aa swargiy Jeevkant ke
samarpit kayal gel. Gosthik adhyakshta sri Jagdish Pd Mandal kayalanhi aa
sanchalak chhalaah Sri Gajendra Thakur. Mukhy atithi Sri O. P. Mishra chhalaah.
Kul 29 got kathaakaarak dwara 35 got katha paaTh kayal gel. Samalochna seho badd neek rahal. Kul milaa
ka kathaa goshthi ekTa neek workshop saabit bhel. Katha goshthi me aaynihaar
sab kathakaar lokani ke hum hriday sa aabhari chhi. Sangahi ahaa sab
shubhkaamna denihaar mitra sabhak seho aabhari chhi. Kichhu gote anupasthitik
khed prakaT karait shubhkaamna prakaT kelanhi, hunko sabhak aabhari chhi. Je
jaani boojhi ka nai aylaah tinko aabhari chhi kiyak ta hunkar vyavhaar humra
bheetar Maa Maithilik prati pratibaddhtaa aar badhaa delanhi.”
81म सगर राति दीप जरए- देवघरमे सुसम्पन्न भेल 82म कथा
गोष्ठी मेंहथमे होएत
मायानन्द मिश्र जीवकान्त स्मृति-सगर राति दीप जरए
केर 81म कथा गोष्ठी– देवघर (झारखण्ड)
संयोजक- ओम प्रकाश झा
उद्घाटन सत्र-
दीप प्रज्वलन- श्री ओ.पी. मिश्रा एवं समस्त
कथाकार
संचालन- ओम प्रकाश झा
लोकार्पण सत्र-
अध्यक्ष- जगदीश प्रसाद मण्डल
मुख्य अतिथि- श्री ओ.पी. झा आ श्री गजेन्द्र ठाकुर
संचालक- उमेश मण्डल
दू शब्द-
1.
ओ.पी. झा, अवकाश प्राप्त अभियंता- झारखण्ड सरकार
2.
सुशील भारती, संपादक, प्रभात खबर हिन्दी दैनिक।
3.
दिलीप दास
4.
ओम प्रकाश झा
5.
मिथिलेश कुमार
6.
जगदीश प्रसाद मण्डल
कथा सत्र-
अध्यक्ष- श्री जगदीश प्रसाद
मण्डल, वरिष्ठ साहित्यकार
मंच संचालक- श्री गजेन्द्र
ठाकुर, संपादक, ‘विदेह’ इण्टरनेशनल ई-जनरल
पहिल सत्रमे पठित कथा एवं
कथाकार-
असली हीरा- श्री दुर्गानन्द
मण्डल (निर्मली)
रिक्शाक भाड़ा आ बुधिए
बताह- श्रभ् फागुलाल साहु (सखुआ)
बुढ़िया मैया- ओम प्रकाश झा
(भागलपुर)
केते बेर- उमेश मण्डल
(निर्मली)
समीक्षक-
योगानन्द झा
राजदेव मण्डल
अरविन्द ठाकुर
प्रमोद कुमार झा
समीक्षाक समीक्षक
नन्द विलास राय
चन्दन झा
धनाकर ठाकुर
दोसर सत्र-
सभसँ बड़का भी.आई.पी. गेष्ट-
श्री नन्द विलास राय (भपटियाही)
डरक डंका- श्री राजदेव मण्डल
(मुसहरनियाँ)
ई छी हमर मजबूरी आ इमानदारीक
पाठ- श्री राम विलास साहु (लक्ष्मिनियाँ)
अप्पन माए-बाप- श्री ललन
कुमार कामत (ललमनियाँ)
तेसर सत्र-
छिन्ना-झपटी- श्री शिव
कुमार मिश्र (बेरमा)
बड़का मोछ- श्री कपिलेश्वर
राउत (बेरमा)
उतेढ़क श्राद्ध- श्री शम्भू
सौरभ (बैका)
जातिक भोज- श्री उमेश
पासवान (औरहा)
चारिम सत्र-
गुरुदक्षिणा- डाॅ. योगानन्द
झा (कबिलपुर)
अपराध- श्री पंकज सत्यम्
(मधुबनी लगक)
ककर चरवाही आ चुनावधर्मी
लोक- डॉ. उमेश नारायण कर्ण
कबाउछ- डॉ. धनाकर ठाकुर
पाँचम सत्र-
आन्हर- श्री अखिलेश कुमार
मण्डल (बेरमा)
सरकारीए नौकरी किएक- बिपीन
कुमार कर्ण (रेवाड़ी)
बनमानुष आ मनुष- डाॅ. शिवकुमार
प्रसाद (सिमरा)
वृधापेंसन आ मजबुरी- श्री
शारदानन्द सिंह
पानि- श्री बेचन ठाकुर
छअम सत्र-
सत्ता-चरित- श्री अरविन्द
ठाकुर (सुपौल)
बापक प्राण- श्री भाष्करानन्द
झा भाष्कर (कोलकाता)
संबोधन- श्री चन्दन कुमार
झा (कोलकाता)
ठीका- श्री आमोद कुमार झा
चौठिया- श्री अच्छेलाल
शास्त्री (सोनवर्षा)
सातम सत्र-
तखन, जखन- श्री गजेन्द्र
ठाकुर (दिल्ली)
चैन-बेचैन- श्री जगदीश
प्रसाद मण्डल (बेरमा)
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