मधेपुरा। 11 अक्टूबर। मधेपुरा के रेल विद्युत इंजन कारखाना म' एक सादा समारोह केर संग निर्माण काज शुरू भ' गेल। इंजन निर्माणक काज करै बला एल्सटॉम कंपनी केर अधिकारी, भारतीय रेलवे के अधिकारी संग डीएम मो. सोहैल दीप जड़ा निर्माण काज विधिवत शुरू केलनि।
एल्सटॉम कंपनी के एशियन रीजन के सीनियर प्रेजिडेंट जेनफ्रेंन कोइस बीडीओइन द्वारा एहि प्रोजेक्ट क' मेकइन इंडिया केर बड़का उदाहरण बताओल गेल। जेनफ्रेंन कोइस कहलनि कि फरवरी 2018 के अंत धरी पहिल लोकोमोटिव इंजन बनिके तैयार भ' जायत।
लोकोमोटिव इंजन केर गति 120 किलोमीटर प्रति घंटा होयत। जेनफ्रेंन कोइस कहलनि कि लोकोमोटिव इंजन के काज शुरू भेला स' मधेपुरा केर आर्थिक व सांस्कृतिक विकास सेहो होयत। इस मौका पर एल्सटॉम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर जेन क्रिस्टोफ गोवर्ट, रेलवे सीएओ खुशीराम, डीएम मो. सोहैल, एसपी विकास कुमार आदि मौजूद छला।
शहर स' करीब 4 किलोमीटर दूर चकला चौक लग रेल विद्युत इंजन कारखाना बनिके लगभग तैयार भ' चुकल अछि। इस फैक्ट्री केर स्थापनाक लेल 26 जनवरी 2016 क' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आओर फ्रांस के राष्ट्रपति द्वाराकान्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर कायल गेल छल। 4 अक्टूबर 1016 क' फैक्ट्री निर्माण लेल भूमि पूजन कायल गेल छल। रेल विद्युत इंजन निर्माण म' अग्रणी फ्रांस केर अलस्टॉम कंपनी क' रेल विद्युत इंजन निर्माण केर जिम्मेदारी सौंपल गेल अछि। एहि प्रोजेक्ट के संग गहराई सँ जुडल डीएम मो. सोहैल कहलनि कि भारत सरकार 1000 इंजन किनबाक ऑर्डर द' चुकल अछि। आगा ओ कहलनि कि रेल फैक्ट्री म' निर्माण काज शुरू होयब अगबे मधेपुरा नहि बल्कि संपूर्ण मिथिलांचल प्रदेश के लेल बड़का उपलब्धि अछि।
शहर स' करीब 4 किलोमीटर दूर चकला चौक लग रेल विद्युत इंजन कारखाना बनिके लगभग तैयार भ' चुकल अछि। इस फैक्ट्री केर स्थापनाक लेल 26 जनवरी 2016 क' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आओर फ्रांस के राष्ट्रपति द्वाराकान्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर कायल गेल छल। 4 अक्टूबर 1016 क' फैक्ट्री निर्माण लेल भूमि पूजन कायल गेल छल। रेल विद्युत इंजन निर्माण म' अग्रणी फ्रांस केर अलस्टॉम कंपनी क' रेल विद्युत इंजन निर्माण केर जिम्मेदारी सौंपल गेल अछि। एहि प्रोजेक्ट के संग गहराई सँ जुडल डीएम मो. सोहैल कहलनि कि भारत सरकार 1000 इंजन किनबाक ऑर्डर द' चुकल अछि। आगा ओ कहलनि कि रेल फैक्ट्री म' निर्माण काज शुरू होयब अगबे मधेपुरा नहि बल्कि संपूर्ण मिथिलांचल प्रदेश के लेल बड़का उपलब्धि अछि।
0 टिप्पणियाँ
मिथिला दैनिक (पहिने मैथिल आर मिथिला) टीमकेँ अपन रचनात्मक सुझाव आ टीका-टिप्पणीसँ अवगत कराऊ, पाठक लोकनि एहि जालवृत्तकेँ मैथिलीक सभसँ लोकप्रिय आ सर्वग्राह्य जालवृत्तक स्थान पर बैसेने अछि। अहाँ अपन सुझाव संगहि एहि जालवृत्त पर प्रकाशित करबाक लेल अपन रचना ई-पत्र द्वारा mithiladainik@gmail.com पर सेहो पठा सकैत छी।