संगीत क' अप्पन जिनगी बुझैत छथि बिहार कोकिला केर नाम सँ मशहूर रंजना झा

सहरसा। 10 अक्टूबर। बिहार कोकिला केर नाम सँ मशहूर भ' चुकल रंजना झा संगीत क' अप्पन जिनगी बुझैत छथि। रंजना झा बिहार लोक गायिकी केर संगे संग शास्त्रीय संगीत केर क्षेत्र म' सेहो अप्पन परचम पूरा देश म' लहरा चुकल छथि।

सहरसा शहर केँ कायस्थ टोला निवासी रंजना झा अप्पन जीवन क' संगीत लेल पूर्ण रूपे समर्पित क' देना छथि। मिथिला समेत सागर बिहार म' शायद कुनु एहेन महोत्सव होयत जाहिठाम हुनकर कार्यक्रम नै भेल होयन। रंजना झा राजकीय कन्या उच्च विद्यालय सँ मैट्रिक परीक्षा पास केलीह। रमेश झा महिला कॉलेज म' संगीत सँ स्नातक उत्तीर्ण केलीह आर  पटना विश्वविद्यालय सँ संगीत स' एमए व पीएचडी केर उपाधि लेलिह।

अप्पन जादुई आवाज सँ  संगीत केर विधिवत डिग्री लेबाक दौरान ओ कोसी क्षेत्र टा नै पूरा बिहार म' लोकप्रिय भेलीह। एहि दौरान ओ मनोज कुमार झा केर संग परिणय सूत्र म' बंधली। लेकिन संगीत केर साधना अनवरत चलैत रहलैन्ह। बिहार केर अन्य प्रांत सभ म' अप्पन गायिकी केर जलवा पसारैत रहली। कला संस्कृति विभाग केर स्थापित कलाकारक रूप म' कैको राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय मंच पर सुशोभित होयत रहली। दुरदर्शन व आकाशवाणी केर सिद्धहस्त कलाकार के रूप म' हुनकर पहचान एखनहुँ कायम अछि।

रंजना झा कैको फिल्म म' सेहो अप्पन स्वर देना छथि। एक चुटकी सिंदूर, गंगा माई जैसन भौजी हमार भोजपुरी फिल्म म' अप्पन स्वर देना छथि। धारावाहिक यीशू का चमत्कार, मैथिली धारावाहिक नैन न तिरपत भैल, सिया के राम म' सीता केर आवाज क' अप्पन स्वर देना छथि।

लोक गायिका रंजना झा एखन धरी पटना , गुवाहाटी, कोलकाता, दिल्ली, कानपुर सहित कैको महानगर सभ म' आयोजित कोशी महोत्सव, दिल्ली महोत्सव, वैशाली महोत्सव, मिथिला महोत्सव, अंग महोत्सव, चंपारण महोत्सव, उग्रतारा महोत्सव आदि म' अप्पन गायन प्रस्तुत क' चुकल छथि।

हुनका स्वर म' कैको एलबम बाजार म' उपलब्ध अछि। विद्यापति पर केन्द्रित एलबम चानन, तेरा शुक्रिया, मैथिली म' विवाह गीत, सदगुरू तुमको प्रणाम लोकप्रिय भ' चुकल छैन्ह। रंजना झा कैको एवार्ड सँ सम्मानित भेल छली। 

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