मणिकांत झा द्वारा रचल कविता बाबा विश्वकर्मा पूजा पर.

विश्वकर्मा पूजा
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निर्माणक देवा के विश्वकर्मा बाबा के 
सब मीलि करियौन प्रणाम्
संक्रांतिक दिन आबि गेल ।
तारिख सतरह मास सितंबर
हाथी चढ़ल हाथ लेने लोहंगर
पधारि गेला देखू भगवान
संक्रातिक दिन आबि गेल ।
सबजन बेहाल छथि मिस्त्री इंजिनियर
एकहि समान सब के सीनियर जुनियर
गैरेजो मे पूजा विधान 
संक्रांतिक दिन आबि गेल ।
कते सुंदर ई दुनियाँ के गढ़लनि
फुर्सति ने कखनो तैं दाढ़ी बढ़लनि
मणिकांतो पर राखथि धियान 
संक्रांतिक दिन आबि गेल ।
         - मणिकांत झा , दरभंगा ।
                   १७-०९-१६
                   विश्वकर्मा पूजा

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