दिल्ली। 01 सितम्बर। पहाड़ काटीकेँ राह बनेनिहार दशरथ मांझी केँ गाम तक रेल लाइन बिछाओल जायत। रेल मंत्री सुरेश प्रभु 'माउंटेन मैन' केँ गाम गया जिला केँ गहलौर तक रेल केर विस्तार चाहैत छैथ।
नई दिल्ली केँ कांस्टीट्यूशन क्लब म' आयोजित एक कार्यक्रम केँ दरमियान रेल मंत्री कहला कि ओ मांझी के गाम तक रेल लाइन बिछेबाक लेल अधिकारि सभ सँ गप करता। रेल मंत्री सुरेश प्रभु कहला कि गहलौर केँ स्टेशन केर नाम बाबा दशरथ मांझी के नाम पर राखल जायत।
'अक्षर संसार फाउंडेशन' द्वारा आयोजित 'मगध महोत्सव' म' शिरकत करबाक लेल पहुँचल सुरेश प्रभु खुद क' बिहारी बतौलनि आर कहलनि कि बिहार केँ लोगक संग हुनकर भावना जुरल छैन्ह।
जानकारी मुताबिक़ दशरथ मांझी केँ गाम गहलौर केँ जरूरतक हर छोट पैघ समान वजीरपुर केर बाजार म' भेटैत छल। पहाड़ वजीरपुर आर गहलौर केँ बीचक रास्ता रोकने छल। 80 किलोमीटर नमहर रास्ता तय केलाक बाद लोग वजीरपुर तक पहुँचैत छलाह। दशरथ मांझी केँ अथक प्रयास सँ 80 किलोमीटर नमहर रास्ता महज 2 किलोमीटर भ' गेलनि। दशरथ मांझी 22 साल धरी असगरे छेनी - हथौड़ी सँ पहाड़ काटीकेँ राह बनेला। आय सब हुनका भगीरथ कहैत छैन्ह। आब भगीरथ यानी दशरथ यानी माउंटेन मैन केँ गाम तक ट्रेन चलत।
नई दिल्ली केँ कांस्टीट्यूशन क्लब म' आयोजित एक कार्यक्रम केँ दरमियान रेल मंत्री कहला कि ओ मांझी के गाम तक रेल लाइन बिछेबाक लेल अधिकारि सभ सँ गप करता। रेल मंत्री सुरेश प्रभु कहला कि गहलौर केँ स्टेशन केर नाम बाबा दशरथ मांझी के नाम पर राखल जायत।
'अक्षर संसार फाउंडेशन' द्वारा आयोजित 'मगध महोत्सव' म' शिरकत करबाक लेल पहुँचल सुरेश प्रभु खुद क' बिहारी बतौलनि आर कहलनि कि बिहार केँ लोगक संग हुनकर भावना जुरल छैन्ह।
जानकारी मुताबिक़ दशरथ मांझी केँ गाम गहलौर केँ जरूरतक हर छोट पैघ समान वजीरपुर केर बाजार म' भेटैत छल। पहाड़ वजीरपुर आर गहलौर केँ बीचक रास्ता रोकने छल। 80 किलोमीटर नमहर रास्ता तय केलाक बाद लोग वजीरपुर तक पहुँचैत छलाह। दशरथ मांझी केँ अथक प्रयास सँ 80 किलोमीटर नमहर रास्ता महज 2 किलोमीटर भ' गेलनि। दशरथ मांझी 22 साल धरी असगरे छेनी - हथौड़ी सँ पहाड़ काटीकेँ राह बनेला। आय सब हुनका भगीरथ कहैत छैन्ह। आब भगीरथ यानी दशरथ यानी माउंटेन मैन केँ गाम तक ट्रेन चलत।
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