~ एंऽ रउ लोक सब कहैत छैइक जे कमलाजी मे बड्ड पानि एलहि अछि , से एहि बेर बाढ़ि एवय करतहि !
~ भगवान भल करहु जे बाढ़ि आबि जाय !
~ एंऽ रउ लोक सब डेरायल छहि आ तूं कहैत छहि जे भने आबहु ?
~ एह नहि बुझलहि कहाँदनि बाढ़ि अबय छय तऽ इस्कूल सब बंद भऽ जाइत छहि , सगरे पानि संऽ भरल रहैत छहि खूब हेलीकपट्टर सब मेघ मे उड़ैत रहैत छहि !
~ मूदा लोक सब बाढ़ि दहा - भसीया सेहो ने जाइत छहि ?
~ किआ केरा डंपोर के नाउ जे रहैत छहि से ? ओहि पर झूलबो त खूब करब आर त आर माछो खूब मारब ने !
~ हे ओ मांछ खयला संऽ लोक बेमारो भऽ जाइत छहि से बाबू कहैत छलखिन !
~ फूसियों कहैत हेथुन तोरा डरबय द्वारे !
~ अच्छ से बात छहि ! तखन चल ने बान्ह मे भूर क देबय तखन तऽ अपने बाढ़ि आबि जेतहु न रउ ?
~ नय नय ओ बड़का आदमी सब अपने क दय छय !
वी०सी०झा"बमबम"
कैथिनियाँ
~ भगवान भल करहु जे बाढ़ि आबि जाय !
~ एंऽ रउ लोक सब डेरायल छहि आ तूं कहैत छहि जे भने आबहु ?
~ एह नहि बुझलहि कहाँदनि बाढ़ि अबय छय तऽ इस्कूल सब बंद भऽ जाइत छहि , सगरे पानि संऽ भरल रहैत छहि खूब हेलीकपट्टर सब मेघ मे उड़ैत रहैत छहि !
~ मूदा लोक सब बाढ़ि दहा - भसीया सेहो ने जाइत छहि ?
~ किआ केरा डंपोर के नाउ जे रहैत छहि से ? ओहि पर झूलबो त खूब करब आर त आर माछो खूब मारब ने !
~ हे ओ मांछ खयला संऽ लोक बेमारो भऽ जाइत छहि से बाबू कहैत छलखिन !
~ फूसियों कहैत हेथुन तोरा डरबय द्वारे !
~ अच्छ से बात छहि ! तखन चल ने बान्ह मे भूर क देबय तखन तऽ अपने बाढ़ि आबि जेतहु न रउ ?
~ नय नय ओ बड़का आदमी सब अपने क दय छय !
वी०सी०झा"बमबम"
कैथिनियाँ
0 टिप्पणियाँ
मिथिला दैनिक (पहिने मैथिल आर मिथिला) टीमकेँ अपन रचनात्मक सुझाव आ टीका-टिप्पणीसँ अवगत कराऊ, पाठक लोकनि एहि जालवृत्तकेँ मैथिलीक सभसँ लोकप्रिय आ सर्वग्राह्य जालवृत्तक स्थान पर बैसेने अछि। अहाँ अपन सुझाव संगहि एहि जालवृत्त पर प्रकाशित करबाक लेल अपन रचना ई-पत्र द्वारा mithiladainik@gmail.com पर सेहो पठा सकैत छी।