समय बदलल

समय बदलल
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नेन्ना रही तँ गोटी के घोरि
बनबैत रही रोसनाई
कीनि कय अनैत रही दवात
काटैत रही काँच करची
सुंदर सँ बनबी कलम काठी
चक्कू सँ छीलि कय बनबी
ओकर जीभिया आ नीव 
आ तखन लीखी लिखना 
अक्षर सुंदर बनाबय लेल ।
समय बदलल
आबि गेल होल्डर पेन 
आ दवात
आब कलम काठीक बदला 
लिखाय लागल एही सँ
एही बीच आबि गेल फाउन्टेन पेन
रंग विरंगक कंपनी
रंग विरंगक डिजाईन
फ्लोरा रोटोमेक्स किंगसन
पार्कर और नहि जानि कते ब्राँड
बदलाइत रहल नीव आ
संग संग जीभिया
कतेको बेर ढबकि जाइत छल
रफ आ फेयर के काँपी पर
हिंदी अँग्रेजी आ अनेक किताब पर
अंगाक जेबी बिनु इंक लगलाहा
बिरले रहैत छल 
कलम तोरि कय लिखबाक
बनि गेल छल मुहावरा
आ से कै बेर लिखैत काल 
टुटियो जाइत छलै नीव ।
समय बदलल
आब आबि गेल लीड पेन
लिंक जेटर लिखो फेको 
और नहि जानि कोन कोन
धरल्ले सँ बिकाय लागल रिफील
जेल ,डॉट, मार्कर और कतेक प्रकार ।
समय बदलल
आयल कम्प्यूटर रंग विरंगक
डेक्सटॉप लैपटॉप टैबलेट
और की की
कलमक प्रयोग कमय लागल
कम्प्यूटरे पर आँगूर चलय लागल
लोक मन मे सोचैयै 
आ कम्प्यूटर पर लिखैयै
चिठ्ठी पतरी लिखबा मे जे
खर्च होइत रहै स्याही
तकरा कंपनसेट करैया
मोबाइल केर की बोर्ड
पहिने अनिवार्य रहैत छल
नोकरियाहा के जेबी मे कलम
हाजरी बनेबा लेल ।
समय बदलल
सब ठाम लागि गेल
बायोमेट्रिक मशीन
अउँठा देवा लेल
अहाँ कतबो पढ़ल लिखल छी
कोनो नहि चीन्ह
समय सँ आबि अउँठा के 
करबियौ सीन
पूर्व मे अउँठा छाप रहब
लाजक बात होइत छल
आब हाकिम सँ चपरासी धरि
दूनू साँछ अउँठा लगाय
गौरवान्वित होइत छथि ।।
     मणिकांत झा , दरभंगा
        ७-८-१६ ।

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